महराजगंज (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद महराजगंज के ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में पुलिस, एसएसबी एवं प्रशासन की टीम ने छापा मारकर गोदाम से लगभग 686 करोड़ रुपए कीमत के भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन, सिरप, कैप्सूल, टेबलेट सहित लेबल व रैपर बरामद किया है। ठूठीबारी थाना क्षेत्र के जमुई कला गाव में एक गोदाम में ये सभी मादक पदार्थ और दवाएं रखी गयी थी। इन सभी दवाओं को नेपाल भेजने की तैयारी थी। ये सभी बरामद दवाएं प्रतिबंधित है और नशे के कारोबर में इस्तेमाल करने वाली बताई जा रही है। पुलिस ने मौके से अभियुक्त रमेश कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया है।
जबकि मुख्य अभियुक्त गोविंद गुप्ता मौके से फरार हो गया। बरामद नशीली दवाएं भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के मेडिकल स्टोरों और अवैध रास्तों से तस्करी के जरिए नेपाल में भेजी जाती थी। जिसमें 25 लाख नशीले इंजेक्शन, 2 लाख नशीले सिरप, 31 लाख कैप्सूल, टेबलेट और भारी मात्रा में दवाओं के लेबल व रैपर बरामद हुए हैं। वहीं पुलिस सहित नारकोटिक्स एवं ड्रग्स विभाग मामले की जांच में जुट गई है। बुधवार को ठूठीबारी थाने पर डीएम, एसएसबी कमांडेंट, उपजिलाधिकारी निचलौल प्रमोद कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर शिव कुमार नायक और पुलिस अधीक्षक ने इस बड़ी बरामदगी का खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए और फरार अभियुक्त के विरुद्ध थाना ठूठीबारी में एनडीपीएस एक्ट औषधि एवम प्रशासन सामग्री एक्ट, कॉपी राइट एक्ट के अलावा आईपीसी की धारा 419, 420, 467,471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुख्य अभियुक्त गोविंद गुप्ता के गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है। जिलाधिकारी डॉ0 उज्ज्वल कुमार ने बताया कि जिले में नशे का अवैध कारोबार करने वालों के विरुद्ध यह बहुत बड़ी कामयाबी है और इसके लिए इस ऑपरेशन में शामिल पूरी टीम बधाई की पात्र है। अभी तक कि जांच में यह पता चला है कि यह गिरोह अवैध रूप से सीमापार नेपाल में मादक पदार्थों को भेजते थे। इस गिरोह के निशाने पर दोनों देशों के युवा थे। आगे इस मामले की विस्तृत जांच ठूठीबारी पुलिस करेगी और दोषी पाए जाने वाले प्रत्येक शख़्स के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया इतनी बड़ी मात्रा में नशीली व प्रतिबंधित दवा का कारोबार वर्षो से भारत नेपाल की सीमा पर फल फूल रहा है। लेकिन पुलिस अब इनके गिरोह के जड़ तक पहुंचने की कोशिश में जुट गई हैं। कमांडेंट (एसएसबी) मनोज कुमार ने बताया कि ये दवाएं कुछ लोकल दुकानों के अलावा नेपाल में तस्करी कर ले जाई जाती थी। बार्डर के दोनों तरफ के युवा इस नशीली इंजेक्शन की लत में है। कमांडेंट ने बताया कि इसकी बरामदगी के बाद युवाओं द्वारा इनके इस्तेमाल पर कुछ हद तक रोक लग सकती है। इसके अलावा इस गिरोह को तोड़ने का भी काम किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस और एसएसबी के सामने भारत नेपाल की खुली सीमा पर इस तरह के अवैध गतिविधियों को रोकने की सबसे बड़ी चुनौती होगी खासकर ऐसे मौके पर जब बड़े पैमाने पर नशीली इंजेक्शन और दवाओं का कारोबार भारत नेपाल की खुली सीमा पर तेजी से फल-फूल रहा हैं।
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया है कि यह सीधे कंपनी से सप्लाई मंगाते थे और स्थानीय मेडिकल स्टोरों सहित नेपाल भेजने का काम करते थे। टीम बनाकर इनसे पूछताछ की जा रही है और भी खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।
Posted By:- Amitabh Chaubey