हरदोई(जनमत):- आजाद हिंद फौज के महानायक नेता जी सुभाषचंद्र बोस ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ाकर देश को गुलामी की जंजीरों से आजाद कराया। उनके योगदान का ऋण कभी नही चुकाया जा सकता। आज उनका जन्मदिवस है, पर दुर्भाग्य है कि उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में नेताजी जी की प्रतिमा को घोर अपमान का सामना करना पड़ रहा है। आज़ाद भारत मे करीब 21 साल से नेताजी की प्रतिमा पुलिस की कैद में है जो अपनी ही आजादी के लिए राह देख रही है।
जिसने अपना और अपने साथी क्रांतिकारियों का लहू बहाकर देश को आजादी दिलाई आज स्वतंत्र भारत में उसकी प्रतिमा आजादी की राह देख रही है।शिवसेना व पंडित शिवराम मिश्र जन कल्याण सेवा समिति और, जयहिंद सेवा समिति के पदाधिकारियों ने कई बार नेता जी की प्रतिमा को रिलीज कराने की मांग भी कि, किन्तु जटिल प्रक्रिया का हवाला देते हुए स्थानीय अधिकारियों ने कोई रुचि नही दिखाई। शिवसेना से जुड़े रहे अंकित गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2000 में शहर में नेता जी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए आई थी, जिस पर विवाद हो गया, पुलिस-प्रशासन ने प्रतिमा को कस्टडी में ले लिया, जिसके बाद से आजादी के महानायक की प्रतिमा सदर मालखाना में कैद है। अंकित के अनुसार इस प्रकरण को लेकर कोर्ट में मुकदमा भी दायर कर दिया है।
उन्होंने बताया कि नेता जी की मूर्ति देखरेख के अभाव में टूट रही है। उनका चश्मा टूट गया है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। मालखाना में ड्यूटीरत कर्मियों द्वारा लापरवाही के चलते नेता जी की प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो रही है, उन्होंने कोर्ट के माध्यम से प्रतिमा रिलीज कराने की अर्जी दी है।नेता जी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा लगाने के लिए शहर के अस्पताल चौराहे को चिन्हित किया गया था, किन्तु आबिद पेट्रोल पंप व गोपामऊ प्राइवेट बस स्टैंड के अवैध कब्जे की वजह से जिम्मेदार नाकाम रहे और भूमि उपलब्ध नही हो पाई। नतीजन नेता जी की प्रतिमा 21 वर्षों से सलाखों के पीछे धूल फांक रही है।
Posted By:- Amitabh Chaubey
Reported By:- Sunil Kumar