लखनऊ (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद गोण्डा से अपहृत हुए बहराईच निवासी डॉक्टर को गोण्डा और एसटीएफ की संयुक्त पुलिस टीम ने गौतमबुद्धनगर ( नोएडा ) से सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर समेत 3 अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक महिला डॉक्टर के जरिये हनी ट्रैप कर पीड़ित को गोण्डा से अपहरण किया और बाद में नशीला इंजेक्शन लगाकर पीड़ित को दिल्ली ले गए थे। आरोपियों ने पीड़ित के परिजनों से 70 लाख रूपये की फिरौती मांगी थी लेकिन बाद में आरोपियों ने फिरौती की रकम बढ़ाकर 80 लाख रूपये कर दी। जनपद बहराइच के थाना पयागपुर निवासी गौरव हालदार जनपद गोण्डा के एससीपीएम कॉलेज से बीएएमएस की पढ़ाई कर रहा था। 18 जनवरी को गौरव का फिरौती के लिए गोण्डा से अपहरण कर लिया गया था। अपहरण के बाद आरोपियों ने गौरव के परिजनों से 70 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।
(पीड़ित डॉक्टर गौरव हालदार)
रैन्सम कॉल के बाद मामले में थाना कोतवाली नगर में आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था। अपह्रत को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सकुशल बरामद करने के लिए अधिकारियों ने गोण्डा पुलिस के सहयोग के लिए एसटीएफ को भी लगा दिया था। एसटीएफ और गोण्डा पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ने के बाद न सिर्फ गौरव हालदार को गौतमबुद्धनगर नगर के थाना एक्सप्रेस – वे से सकुशल बरामद कर लिया बल्कि सभी अपहरणकर्ताओं को भी पुलिस टीम ने धर – दबोचा। इस दौरान स्विफ्ट डिजायर कार सवार बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर भी किया था। एसटीएफ के मुताबिक मूलरूप से गोण्डा और वर्तमान में दिल्ली निवासी डॉक्टर अभिषेक सिंह ने गौरव के अपहरण की पूरी योजना बनाई थी। इस काम को अंजाम देने के लिए एक महिला डॉक्टर प्रीति मेहरा को मोहरा बनाया गया।
महिला डॉक्टर ने पीड़ित को हनी ट्रैप में फसाकर गोण्डा बुलाया फिर सभी आरोपियों ने मिलकर पीड़ित को जबरन कार में ठूस दिया और विरोध करने पर गौरव को नशे के इंजेक्शन की डोज दे दी गई। 18 जनवरी को गौरव का अपहरण करने के बाद आरोपियों ने उसे डॉक्टर अभिषेक सिंह के दिल्ली स्थित फ्लैट में रक्खा। यहाँ पर भी पीड़ित को समय – समय पर नशे की डोज दी जाती रही। गौरव के अपहरण की साज़िश रचने वाला मास्टर माइण्ड आरोपी डॉक्टर अभिषेक सिंह है। डॉक्टर अभिषेक सिंह ने 2013 -14 में राजीव गाँधी ऑफ हेल्थ साइंस बैंगलोर से बीएएमएस की पढ़ाई पूरी की थी। आरोपी डॉक्टर की बुआ की शादी बहराईच के पयागपुर में हुई थी। आरोपी के बुआ के लड़के से रोहित के पहले से ही संबन्ध थे और रोहित ने ही अपहरण के लिए गौरव को चिन्हित किया था। बाद में डॉक्टर प्रीति मेहरा के जरिये गौरव को फोन कराना शुरू किया। दो – तीन दिन फोन करने के बाद महिला डॉक्टर ने गौरव से मिलने के लिए उसे राजी कर लिया।
(गिरफ्तार तीन अभियुक्त)
तय योजना के तहत दिल्ली से 17 जनवरी को डॉक्टर अभिषेक सिंह अपनी गाड़ी यूपी – 16 एएच 6767 स्विफ्ट डिजायर से रोहित, मोहित सिंह, नितेश और डॉक्टर प्रीति मेहरा को लेकर 18 जनवरी की सुबह लखनऊ आ गए। लखनऊ पहुचतें ही रोहित बस से गोरखपुर के लिए निकल गया और बाकि के सभी आरोपी गोण्डा पहुंच गए। यहाँ पहुंचने पर महिला डॉक्टर ने एक राहगीर से मोबाईल लेकर गौरव को कॉल कर उसे बुलाया और बाद में सभी ने उसे जबरन गाड़ी में ठूस दिया और विरोध करने पर नशे का इंजेक्शन लगा दिया। रोहित और नितेश द्वारा गौरव से फिरौती की रकम मांगी गई थी।अपहरणकर्ताओं ने पीड़ित के परिजनों को 22 तारीख तक फिरौती की रकम देने को कहा था।
हालांकि बाद में रूपये का इंतजाम करने के लिए पीड़ित के परिजनों को आरोपियों ने एक दिन की मोहलत भी दी थी लेकिन फिरौती की रकम 70 से 80 लाख रूपये कर दी। पुलिस टीम ने फ्लैट नम्बर 310 ग्लोरिया अपार्टमेंट बक्करवाला डीडीए फ्लैट निवासी डॉक्टर अभिषेक सिंह, राजस्थान निवासी नितेश और गोण्डा निवासी मोहित सिंह को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 4 ज़िन्दा कारतूस और एक खोखा कारतूस के साथ 32 बोर की पिस्टल, गाड़ी संख्या डीएल -1 सीएसी स्विफ्ट डिजायर के अलावा नशे के इंजेक्शन भी बरामद किये है। गौरव को सकुशल बरामद कर अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने में एसटीएफ गौतमबुद्धनगर यूनिट के अपर पुलिस अधीक्षक राज कुमार मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक विनोद सिंह सिरोही, इंस्पेक्टर सौरभ विक्रम सिंह, एसआई राकेश कुमार सिंह, एसआई ब्रह्म प्रकाश और गोण्डा के इंस्पेक्टर सुधीर कुमार की मुख्य भूमिका रही।
Posted By:- Amitabh Chaubey