लखनऊ (जनमत) :- NEET परीक्षा में एक सवाल को लेकर विवाद था। NCERT के पुराने सिलेब्स के हिसाब से उस सवाल का एक उत्तर ठीक था। जबकि NCERT के नए सिलेबस के हिसाब से दूसरा विकल्प। ऐसे में NTA ने इस सवाल के दो अलग अलग विकल्पों को सही मानकर NEET में नंबर दिए गए थे।इस पर कुछ छात्रों ने SC में अर्जी दायर कर आपत्ति जाहिर की थी।इनमे वो छात्र भी शामिल थे, जिन्होंने उस सवाल को attempt ही नहीं किया था।
ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा में एक सवाल का सही जवाब तय करने के लिए आईआईटी दिल्ली को तीन सदस्यीय एक्सपर्ट बोर्ड बनाने का निर्देश दिया ।बोर्ड को कोर्ट को बताना था कि सवाल का सही जवाब क्या है। IIT दिल्ली ने कोर्ट में दाखिल जवाब में बताया कि इस सवाल का जवाब में एक ही विकल्प सही है। सुप्रीम कोर्ट ने IIT रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए कहा है कि इस ऑप्शन को सही जवाब मानकर रिजल्ट घोषित करे।
अब इसके चलते मैरिट की पूरी रैंकिंग ही बदल जाएगी। इसे दो उदाहरण से समझिए :-
…ऐसे 4 लाख 20 हज़ार छात्र है जिन्होंने ऑप्शन नंबर 2 को चुना था और NTA ने उसे सही मानकर उन्हें उस सवाल के 4 नंबर दिए थे। अब उनके 5 नंबर घट जाएंगे(4 नंबर सवाल के जवाब औऱ 1 नंबर की निगेटिव मार्किंग के)
…इनमे से ही 44 छात्र तो ऐसे है, जिन्होंने उस सवाल के ऑप्शन 2 का चुना था और इस आंसर को सही मानने के चलते उनके पूरे 720 नंबर आये थे। अब उनके नंबर घटकर 715 हो जाएंगे
…कोर्ट के आज के आदेश के बाद NEET कीपूरी रैंकिंग बदल जाएगी। NTA अब उस सवाल के एक ही जवाब को सही मानते हुए रिजल्ट घोषित करेगा। और उसी के बाद काउंसलिंग शुरू हो पायेगी।
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…