अयोध्या (जनमत):- रामनगरी में स्वामी श्री रामानंदाचार्य की जयंती मनाई गई मठ मंदिरों में संतो ने गुरु परंपरा के मुताबिक रामानंदाचार्य का आरती पूजा किया तो वही भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई लेकिन इस दौरान अयोध्या में तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने दलित व सफाई कर्मी को गुरु मंत्र दे कर सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के साथ देश छुआछूत की प्रथा को समाप्त किए जाने का प्रयास किया है और संतों से से मांग की है कि देश में छुआछूत जैसी भावना को समाप्त करें।
राम उपासको के बड़े धर्मगुरु रहे जगदगुरु रामानंदाचार्य की जयंती के अवसर पर अयोध्या में एक बार फिर उनके मार्ग का अनुसरण किया गया तपस्वी छावनी के संत परमहंस में दलित प्रहलाद और एक सफाई कर्मी प्रेमलाल को गुरु मंत्र दे कर उन्हें अपना शिष्य बनाया और देश से छुआछूत समाप्त करने का आवाहन किया।
इस दौरान सफाई कर्मी प्रेमलाल ने गुरु मंत्र लेकर अपने आपको धन्य बताया और कहा कि आज तक हम को किसी ने गुरु मंत्र नहीं दिया है और आज महाराज जी ने हमें गुरुमंत्र दिया है और हम महाराज जी का शुक्रिया अदा करते हैं। तो वही दलित प्रहलाद ने बताया कि हम प्रभु राम की पूजा करते हैं और यह हमें सौभाग्य मिला।