बागेश्वर धाम के बाबा ने अलीगढ़ आने को रखी अनोखी “मांग”…

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अलीगढ़ (जनमत):- अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र के अलीगढ़ पलवल हाईवे स्थित हरिदासपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र के खेरेश्वर मंदिर स्थित किलोदा के पास विशाल भागवत कथा और 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। जिस 108 कुंडीय महालक्ष्मी धनवर्षा महायज्ञ के दौरान बागेश्वर धाम के बाबा  धीरेन्द्र  शास्त्री से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बागेश्वर धाम के बाबा वीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पहले अलीगढ़ का नाम बदलकर हरी गढ़ रखा जाए। तभी वह आएंगे। हालांकि सोशल मीडिया पर यह बयान वायरल हो रहा है. अलीगढ़ का नाम बदलने की मांग पहले भी हो चुकी है. जिला पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है. लेकिन उस पर अभी तक कोई कवायद नहीं हुई है.

वही आपको बता दें कि 108 कुंडिया महालक्ष्मी धन वर्षा महायज्ञ के आयोजन में कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय श्रीमद् भागवत कथा सुना रहे थे. वही इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने अलीगढ़ आने में असमर्थता जताते हुए कहा कि अलीगढ़ का नाम हरीगढ़ किया जाए. उन्होंने कहा कि भगवान ने चाहा तो हम जरूर आएंगे, लेकिन उससे पहले अलीगढ़ वासियों से प्रार्थना है कि अब इसका नाम हरिगढ़ रख दिया जाएं. हालांकि 2021 में अलीगढ़ जिले का नाम हरिगढ़ रखने का प्रस्ताव जिला पंचायत में पारित किया था. वही कुछ सामाजिक संगठन भी इसके समर्थन में उतरे थे.

धीरेन्द्र शास्त्री अपने बयानों के लिए चर्चित है. देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कह रहे हैं.अलीगढ़ का पुराना नाम कोल रहा है. उन्होंने कहा कि हमें भी कार्यक्रम में शामिल होने के निमंत्रण प्राप्त हुआ लेकिन उन्होंने आने में असमर्थता जताई. उन्होंने व्यासपीठ को प्रणाम करते हुए कहा कि अगर ईश्वर ने चाहा तो हम जरूर आएंगे , लेकिन उन्होंने कहा कि अलीगढ़ वासियों से प्रार्थना है कि इसका नाम हरीगढ़ रखवा दें.

इस मामले को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार पांडे ने बताया कि बागेश्वर धाम के बाबा की बात से सहमत हैं और हरी गढ़ के लिए बस सरकार से अनुमति प्राप्त होनी है. उन्होंने बताया कि स्वामी हरिदास के नाम से ही जिले का नाम हरिगढ़ होना है. सरकारी घोषणा होना बाकी है. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में भी नीरज शर्मा ने याचिका लगा रखी है. उन्होंने बताया कि जिले का नाम महापुरुष के नाम पर रहना चाहिए. स्वामी हरिदास की भूमि रही है . उन्हीं के नाम पर हरीगढ़ नाम होना चाहिए. वही हरीगढ़ का नाम बदले जाने पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का नाम बदलने के सवाल पर भी उन्होंने कहा कि यहां जमीन राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने दी थी. इसलिए राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय का नाम होना चाहिए. जिस तरह से आगरा विश्वविद्यालय का नाम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के नाम पर है. उन्होंने कहा कि देश की नई संसद में यह काम होना चाहिये.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि हरीगढ़ कभी इतिहास में नाम नहीं रहा है. योगी जी भी खुद कह चुके हैं कि जो पुराना नाम है उसी को ही रिवाइज किया जाएगा. अलीगढ़ का पुराना नाम कोल रहा है इसलिए सरकार चाहे तो कोल रख सकती है. उन्होंने कहा कि अलीगढ़ का नाम बदलकर हरी गढ़ रखने की वजह केवल नफरत है. AMU छात्र नेता फैजुल हसन ने कहा कि अगर सरकार चाहे तो हरीगढ़ नाम कर सकती है, लेकिन कभी इतिहास में हरीगढ़ नहीं रहा है. लेकिन यह सिर्फ मुसलमानों से नफरत करने के नाम पर रखा जा रहा है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का नाम बदलने के सवाल पर कहा कि यह एक्ट ऑफ पार्लियामेंट से बना है और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का नाम अगर बदलना है तो संसद में एक्ट लाकर ही बदल सकते हैं. जिस तरह से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का नाम नहीं बदला है, लेकिन जिले का नाम प्रयागराज कर दिया गया है.

REPORT- AJAY KUMAR..

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…