सिद्धार्थनगर (जनमत):- प्रदेश सरकार ग्राम पंचायतों में होने वाले पंचवर्षीय चुनावो को लेकर भले ही गम्भीर हो लेकिन इस चुनाव को पारदर्शी बनाने के लिए लगाए गए कर्मचारी ही अपने कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदार नही है ऐसा हम नही कह रहे है प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले से आने वाली ये तस्वीर ये कहने को मजबूर कर रही है।
जिले में मतदाता सूची सामने आने के बाद बड़े पैमाने पर की गई गड़बड़ी का मामला सामने आने लगा है।जिले के इटवा तहसील क्षेत्र के ग्राम बिरवापुर में 32 ऐसे लोग हैं, जिनकी मौत हो चुकी है, लेकिन इनके नाम को सूची से नहीं हटाया गया है। मतलब कि मतदाता सूची में गड़बड़ी तो चुनाव में भी खेल हो सकता है, फिर मृतक मतदाता के नाम से वोट पड़ जाएं, तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।
मृतक मतदाताओं के नाम जहां नहीं हटाए, वहीं करीब 42 ऐसी लड़कियों के नाम है, जिनकी शादी हो चुकी है और वह अपने ससुराल भी जा चुकी हैं। प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, तो त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव निष्पक्ष तरीके से करा पाना आसान नहीं होगा। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत भी की है कि जमीरूल्लाह, जगदीश, बसंती देवी सहित 32 लोगों के ऐसे नाम प्रकाशित वोटर लिस्ट में है, जो मृतक हो चुके हैं और इन लोगो का नाम सूची से नहीं हटाया गया है। इसी प्रकार शबाना खातून, नियमा, पुनीता, परवीन, महिमा सहित ऐसी 42 लड़कियों के नाम सूची में दर्ज है,जिनकी शादी हो चुकी है। मतदाता सूची पुनरीक्षण में इनका नाम न कटना बीएलओ को कटघरे में खड़ा ज़रूर कर रहा है।
Posted By:- Ankush Pal..
Reported By:- Dharmveer Gupta, Siddharthnagar.