अलीगढ़ (जनमत):- जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते तहसील खैर क्षेत्र के गांव बजोता में डेंगू के कहर से 3 लोगों की एक ही दिन में मौत होने के बाद गांव के अंदर चीत्कार और कोहराम मचा हुआ है।वहीं एक स्कूली छात्रा समेत कई की हालत नाजुक है। जिनका उपचार हरियाणा के फरीदाबाद में चल रहा है। डेंगू से तीन लोगों की मौत के बाद भी जिला प्रशासन ओर स्वास्थ्य विभाग की टीमों के द्वारा अभी तक और ग्रामीणों की जान बचाएं जाने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
3 लोगों की डेंगू से मौत के बावजूद भी जिला प्रशासन व स्वास्थ विभाग की टीमों ने हर घर के अंदर बीमार पड़े लोगों के लिए कैंप लगाना तो दूर ग्रामीणों का हाल भी नहीं जाना है। डेंगू से तीन लोगों की मौत से ग्रामीणों में डेंगू को लेकर का माहौल व्याप्त है। तो वहीं जिले में करीब ढाई सौ से ज्यादा डेंगू पीड़ित मरीज जिले के सरकारी अस्पतालों में अलग-अलग भर्ती है। गांव में 4 लोगों की कुछ दिन पहले की मौत हो चुकी है। कुल मिलाकर अब तक 7 लोगों की जाने बाजोता गांव में चली गई।
आपको बता दें कि कोरोना के बाद सबसे ज्यादा कहर अगर किसी ने बरपाया था तो वो डेंगू ने ही बरपाया था। उस दौरान डेंगू के प्रकोप से न जाने कितने घरों के आखरी चिराग,न जाने कितनी महिलाओं के मांग के सिंदूर हमेशा के लिए उजड़ गए ओर पता नहीं कि कितने बच्चे बिन मां बाप के अनाथ हो गए। जबकि डेंगू के काल में न जाने कितने बुजर्गों के बुढ़ापे का सहारा हमेशा के लिए काल के गाल में समा गए। उस दौरान अपने-अपनों की ही आंखों के सामने तड़प तड़प कर मर गए।
लेकिन डेंगू के पिछले साल के कहर को देखने के बाद भी डेंगू मच्छर से निजात दिलाने को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई ठोस इंतजामात इस साल भी नहीं किए गए। जबकि स्वास्थ विभाग की लापरवाही के चलते इस साल भी ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों में डेंगू लोगों को जमकर अपना निशाना बना रहा ओर डेंगू अपने जहरीले डंक का जमकर कहर बरपा रहा है। जिले में डेंगू के कहर से सरकारी अधिकारियों से लेकर न जाने अब तक कितने लोगों की मौत हो गई।
जबकि अलीगढ़ जिले की तहसील खैर इलाके के टप्पल ब्लॉक के गांव बजौता में 3 अलग-अलग घरों में डेंगू से दो महिलाओं समेत 3 लोगों की मौत हो गई। एक ही गांव के अंदर डेंगू के चलते 3 लोगों की मौत की खबर से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है तो वहीं स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते 3 लोगों की मौत के बाद परिवार में चीत्कार और कोहराम मचा हुआ है।जबकि तीन लोगों की मौत के बावजूद भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमों के द्वारा गांव में पहुंचकर कैंप लगाना तो दूर ग्रामीणों का हाल भी अब तक नहीं जाना है। बजौता गांव में 1 दिन में तीन लोगों की मौत के बाद डेंगू के ख़ौफ के चलते लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।
आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे संचारी रोग अभियान के बाद भी जिले में करीब ढाई सौ से ज्यादा डेंगू पीड़ित अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं, तो वहीं निजी अस्पताल में डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मुहैया नहीं कराया जा रहा है। जिसके चलते डेंगू के मरने वालों का आंकड़ा ओर ज्यादा भी हो सकता है। लेकिन बजोता गांव में एक ही दिन में दो महिलाओं समेत तीन लोगों की जब डेंगू के जहरीले डंक हुई मौत के बाद जब उनकी लाशें अलग-अलग घरों से उठकर श्मशान घाट में पहुंची। तो गांव के चारों तरफ चीख-पुकार और कोहराम मचा हुआ था। जबकि कुछ दिन पहले भी 4 लोगों की मौत गांव में हो चुके हैं वही 20 से ज्यादा घरों में डेंगू का लारवा मिला था।
REPORT- AJAY KUMAR…
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…