अलीगढ़ (जनमत) :– उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क क्षेत्र के दुबे के पड़ाव इलाका स्थित धोबी वाली गली में देर रात करीब 3:00 बजे मूसलाधार बारिश के चलते एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। जहां देर रात घर के अंदर चारपाई पर सो रहे एक ही परिवार के 9 सदस्य भरभरा कर अचानक गिरे मकान के मलबे में दब गए।चीख पुकार की आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और मलबे के अंदर दबे सभी 9 लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए बाहर निकाला गया। जिसके बाद सभी घायलों को आनन-फानन में उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। लेकिन लगातार अलीगढ़ के अंदर हो रही बारिश के चलते एक के बाद एक मकान गिरने के हादसे शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में पिछले 5 दिन से रुक-रुक कर हो रही मूसलाधार बारिश के चलते देर रात 3:00 बजे हुआ बड़ा हादसा हुआ है। बारिश के चलते एक मकान अचानक भरभरा कर गिर गया। बरसात में भरभरा कर गिरे मकान के अंदर सो रहे 9 लोग मकान के मलबे में दब गए। मकान गिरने और मकान के मलबे के अंदर दबे लोगों की चीख-पुकार की आवाज सुनकर स्थानीय लोग रात दौड़कर मौके पर पहुंचे और मकान के मलबे के अंदर दबे परिवार के सभी लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए बाहर निकाला गया। हादसे के दौरान सभी 9 लोग हलके फुल्के घायल हो गए। जबकि मलबे में दबकर पालतू कुत्ते की मौत हो गई।
मकान गिरने के बाद मलबे में दबकर घायल हुए थाना गांधी पार्क इलाके के दुबे का पड़ाव धोबी वाली गली निवासी मकान स्वामी राहुल गुप्ता का कहना है कि मकान काफी पुराना था। आपको बता दें अलीगढ़ में पिछले 5 दिन से लगातार बारिश पड़ रही है, जिसके चलते पूरा स्मार्ट सिटी शहर ताल तलैया बना हुआ है,सड़कों एवं रास्तो से लेकर लोगों के घरों में पानी भरा हुआ नजर आ रहा है। यानी जगजीवन पूरी तरीके से अस्त-व्यस्त नजर आ रहा है।बात अगर विद्युत व्यवस्था की करें तो बिजली व्यवस्था भी पूरी तरीके से चरमरा गई है, कहीं बिजली के तार टूट गए हैं तो कहीं बिजली के खंभे, कोतवाली थाना इलाके के पुराने शहर कहे जाने वाले बनिया पाडा में 2 दिन पहले एक मकान भी भरभरा कर गिर गया था, जिस का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, वही थाना अकराबाद इलाके के दोहरी गांव में एक मकान गिर गया। जिसमें मां बेटा मकान के मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
इसके साथ ही इस रुक-रुक कर हो रही मूसलाधार बारिश का सबसे ज्यादा खामियाजा अगर किसी को उठाना पड़ रहा है तो वह किसान हैं, किसानों के खेतों में पकने के लिए तैयार खड़ी धान और मक्का की फसल पूरी तरीके से पानी के अंदर डूब कर बर्बाद हो गई है। धान और मक्का की फसल बर्बाद होने के चलते पुरुष प्रधान देश का किसान के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है।