अयोध्या (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद अयोध्या में बदहाल व भू माफियाओ के कब्जे वाले पौराणिक धार्मिक महत्व के कुंडों का जीर्णोद्धार करने का काम नगरनिगम ने शुरू कर दिया है। जिसकी शुरुवात पौराणिक व धार्मिक कुंड क्षीरसागर की खुदाई से शुरू की गई है।मान्यता है कि अयोध्या के सूर्यवंशी महाराजा दशरथ ने श्री हरि विष्णु को पुत्र के रूप में प्राप्ति के लिए स्वेम्भू शिवलिंग की क्षीर अथार्थ खीर से रुद्राभिषेक किया था।इस अभिषेक को श्रृंगी ऋषि ने सम्पन कराया था। उसके बाद मख भूमि मखौड़ा में भी पुत्रेष्टि यज्ञ किया था। जिसके बाद भगवान राम का जन्म हुआ। इस कुंड पर भूमाफियाओं की बुरी नजर थी। भूमाफियाओ ने प्लाटिंग करने की नीयत से जल को मलबे में तब्दील कर अस्तित्व समाप्त करने का प्रयास शुरू कर दिया था।
जिसका विरोध अयोध्या के साधु संतों ने किया। लेकिन पिछली सरकारों में कुंडों पर कोई ध्यान नही दिया गया। जब अयोध्या नगरपालिका से नगर निगम में तब्दील हुआ तो प्रयास शुरू हुआ। जिसमें नगरनिगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने सराहनीय पहल करते हुए नगर निगम की बैठक में रामकोट के पार्षद हनुमानगढ़ी के पुजारी रमेश दास व रामभद्र दास के प्रस्ताव पर निर्णय लेते हुए अयोध्या के सभी धार्मिक व पौराणिक कुंडों के जीर्णोद्धार का आदेश दिया। जिसके बाद आज गंगा सप्तमी तिथि को धार्मिक महत्व वाले क्षीरसागर के जीर्णोद्धार की शुरुवात नगरनिगम के आयुक्त विशाल सिंह के निर्देशन में की गई। रामकोट के पार्षद पुजारी रमेशदास का कहना है कि धार्मिक महत्व वाले प्राचीन कुंड क्षीरसागर को भूमाफियाओं ने पाट कर अस्तित्व समाप्त कर दिया था।
जिसकी शिकायत मुख्यालय योगी आदित्यनाथ से भी किया गया था। उसके बाद महापौर की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की बैठक में निर्णय हुआ कि अयोध्या के अस्तित्व के लिए कुंडों को बचा कर उनका सौंदर्यीकरण किया जाए। संत रामभद्र दास का कहना है कि क्षीरसागर के बारे में रुद्रयामल में उल्लेख है कि स्वेम्भू शिवलिंग के अभिषेक से बही क्षीर की धारा से क्षीरसागर की उत्पत्ति हुई थी। उसके बाद स्वेम्भू शिवलिंग का नाम भी क्षीरेश्वर नाथ पड़ा।अयोध्या के दो पौराणिक महत्व वाले कुंड सप्तसागर व क्षीरसागर का उल्लेख पद्मपुराण में भी हैं। मान्यता है कि भगवान कृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न ने भी क्षीरेश्वर नाथ में भगवान शिव का अभिषेक किया था।अयोध्या नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय का कहना है।
कि अयोध्या का गौरव पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रहा है।अयोध्या को विश्व की धरोहर बनाने के लिए जो मानक है उससे छेड़छाड़ हो रही है। मान्यता है कि विश्व धरोहर के मानक को पूरा करने के लिए 7 नदिया, 7 पर्वत होने चाहिए जिसे अयोध्या पूरा कर रहा है।क्षीरसागर बहुत पौराणिक कुंड था जो सरकारी अभिलेख में भी तालाब दर्ज था।लेकिन भूमाफियाओ ने उसका अस्तित्व समाप्त करने की कोशिश किया। अब अयोध्या में जितने भी पौराणिक कुंड है उनको अतिक्रमण से मुक्त कर उनका जीर्णोद्धार किया जाएगा।
Posted By:- Amitabh Chaubey
Reported By:-Azam Khan