एटा (जनमत) :- यूपी के एटा जिले के वीरांगना अवंतीबाई लोधी स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज में बुखार पीडि़त चार वर्षीय मासूम बच्ची स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के चलते ऑक्सीजन न मिल पाने से दो घंटे तक तड़पती रही। गंभीर हालत होने पर ऑक्सीजन लगाई तो पाइपलाइन में लगा बाल्व धोखा दे गया जिसके बाद पीडिता को आगरा के लिए रेफर कर दिया गया जहाँ मासूम ने आखिरकार दम तोड़ दिया.आपको बता दे कि जिले के थाना निधौली कलां क्षेत्र स्थित गांव नगला फकीर के युवक की चार वर्षीय बेटी को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। यहां चिकित्सकों ने बुखार और निमोनिया होने की बात बताई और सीनियर रेजीडेंट की अनुपस्थिति में जूनियर रेजीडेंट डाक्टर ने उपचार शुरू किया। इसी दौरान अचानक बच्ची के मुंह से छाग आने लगा। इस पर दोपहर करीब एक बजे उसको मेडिकल कॉलेज में बेड नंबर आठ पर पाइपलाइन से ऑक्सीजन लगा दी गई। लेकिन ऑक्सीजन की लाइन का बॉल्व खराब होने की वजह से बच्ची को मौके पर ऑक्सीजन नहीं मिली।
काफी देर बाद देखने पर दूसरे बिस्तर पर लिटाया गया तब कहीं ऑक्सीजन मिल सकी। वहीँ हालत बिगड़ने पर उसे आगरा के लिए रेफर कर दिया गया वहीँ जो एंबुलेंस लेने आयी उसमे ऑक्सीजन नहीं थी। फोन कर दूसरी एंबुलेंस बुलाई गई। इसमें भी वही स्थिति थी। ऐसी स्थिति में बच्ची को दो घंटे तक बिना ऑक्सीजन के ही जिंदगी और मौत के बीच जूझना पड़ा जिसके बाद आखिर में आगरा के SN मेडिकल कॉलेज में पीडिता की मौत हो गयी. ऑक्सीजन के अभाव में मासूम बच्ची की मौत के बाद हड़कंप मच गया मामला मीडिया के संज्ञान में आया। मीडिया की खबरों का उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने संज्ञान लेते हुए दोषी स्वास्थ्य कर्मियों को बर्खास्त करने के तत्काल आदेश किए हैं। उपमुख्यमंत्री के सख्त तेवर देख स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। उपमुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कार्यवाही की जानकारी दी है।
REPORT- NANDKUMAR…
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…