गोरखपुर (जनमत): कोरोना संक्रमण महामारी एक तरफ त्राहि-त्राहि मचाई हुई है दूसरी तरफ प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गए तीन दिवसीय लॉकडाउन के दौरान आम जनता किसी न किसी बहाने रोड पर निकलने के लिए परेशान है एक तरफ जिला पुलिस पूरी बंदोबस्त की हुई है कोई भी बेवजह रोड पर न निकलने पाए लेकिन कोविड-19 वैक्सीनेशन व इमरजेंसी का हवाला देकर निकलने वाले घुमंतू किस्म के व्यक्ति जरूर रोड पर दिखाई दे दे रहे हैं।
जब इनके परिवार के किसी सदस्य को कोविड-19 हो जा रहा तो अस्पतालों में भर्ती करने व ऑक्सीजन सिलेंडर तथा कोविड-19 मरीजों के लिए रामबाण कहे जाने वाली इंजेक्शन रेमडेसिविर के पीछे भागते फिर रहे हैं तब उन्हें समझ में आ रहा है कि कोरोना क्या है तब लोगों से मदद के लिए इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने लॉक डाउन का पालन कराने के लिए हर चौराहे व गलियों में पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था की है लेकिन इमरजेंसी का हवाला देकर घूमने वालों की कमी कम नहीं है जब तक इन पर लगाम नहीं लगेगा तब तक लॉक डाउन का सही तरीके से पालन नहीं हो सकेगा।
वैसे तो जनपद पुलिस और जनपदों की अपेक्षा तीन दिवसीय लॉक डाउन का किर्यान्वन कराने में सफलतापूर्वक बेहतर व्यवस्थाओं के बीच सफल है अगर इन घुमंतू पर पूर्ण रूप से लगाम लगा दिया जाए तो गोरखपुर में कोरोना संक्रमण पूर्ण रूप से लगाम लगाने में सफल रहेगी और प्रदेश सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान भीड़ भाड़ वाले जगहो में हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से सेनिटाइजर का ईमानदारी पूर्वक मोहल्लों में सेनिटाइज कराने का कार्य प्रशासन करा देती है तो गोरखपुर में कोरोना का नामोनिशान समाप्त हो जाएगा।
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…