बांदा (जनमत):- उत्तर प्रदेश की जेलें अब सुरक्षित नहीं रह गई हैं। कभी जेलों में गैंगवार तो कभी कैदियों का कारागार से भाग जाना आम बात होती जा रही है। बांदा मंडल मुख्यालय के मंडल कारागार से भी एक कैदी अचानक से गायब हो गया था| यह तब हुआ जब बांदा में कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी बंद है। माफिया के बंद होने के चलते मंडल कारागार मैं सीसीटीवी कैमरे और हाई सिक्योरिटी तैनात की गई है।
वही इस धटना को ले कर जेल प्रसाशन पर सवालिया निशान खड़ा हो गया था| वही ताजा जानकारी के अनुसार कल शाम से कारागार में बहुत तलाशी के बाद भी न मिलने के कारण पलायित मान लिया गया बंदी विजय आरख पुत्र रामकिशोर कारागार के अंदर ही छुपा हुआ है| उपमहानिरीक्षक कारागार प्रयागराज परिक्षेत्र द्वारा दी गई सूचना के अनुसार कारागार मुख्यालय के निर्देश पर उपरोक्त पलायन की घटना की जांच करने हेतु कारागार पहुंचे थे तथा संपूर्ण कारागार का निरीक्षण कर रहे थे|
चप्पे चप्पे में कारागार कर्मियों से बन्दी को खोजवा रहे थे| तभी डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह ने उन्हें अवगत कराया कि उक्त बंदी अंदर बगिया में बड़ी बड़ी घास के नीचे सांस रोक कर छुपा हुआ है| त्रिपाठी के अनुसार यह बन्दी कारागार के कृषि फॉर्म में कार्य करता था और वहां उसने एक बड़े बांस को पड़े देखा था जिसकी सहायता से कल उसने भागने का विचार किया और बैरक की छत पर चढ़ कर बांस की सहायता से सर्किल वाल से तो कूद गया|
(आरोपी कि फोटो)
किन्तु कूदने से उसे कमर में काफी चोट लग गयी और वह कारागार की बहार कि मुख्या ऊंची दिवार को फांदने के काबिल नहीं रहा ऐसे में पकड़े जाने और मारे पीटे जाने के भय से ऊंची ऊंची घास में कल से ही भूखा प्यासा छुपा रहा| आनंद कुमार डीजी जेल ने बंदी को कारागार के अंदर ही पाए जाने पर संतोष व्यक्त किया है| .
Posted By:- Amitabh Chaubey Reported By:-Durgesh Kashyap