अमेठी (जनमत) :- मंजिल उन्ही को मिलती है जिनके सपनो में जान होती है पंखों से कुछ नही होता हौसलों से उड़ान होती है इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है दोनो हाथों से दिव्यांग छात्र ने …जो दोनो हाथ न होने के बावजूद पैरों से लिखकर इंटर की परीक्षा दे रहा है और मास्टर बनकर क्षेत्र के बच्चों को शिक्षित करने का सपना रखता है. अमेठी तहसील के एक छोटे से गाँव करेहगी के रहने वाले और रणवीर इंटर कॉलेज मे इंटरमीडिएट की परीक्षा दे रहे अमर बहादुर दोनो हाथ न होने पर भी पैरो की उंगलियो से अपने भविष्य की इबारत लिख रहें हैं. जिसके बाद क्षेत्रवासी छात्र की जमकर सराहना कर रहे है.
वहीँ दिवयांग छात्र की माने तो वो पढ़कर टीचर बनना चाहते है जिससे वे अपने आस पास के बच्चो को अच्छी शिक्षा दे सके । वहीँ छात्र के मुताबिक अगर सरकार की तरफ से कोई मदद मिलती है तो ज़रूर हम कुछ कर सकेगे। परिजनों के मुताबिक छात्र जन्म से ही दिव्यांग हैं और पढ़ लिखकर मास्टर बनाना चाहते है लेकिन हम लोग बहुत ही गरीब है और इतना पैसा नही है कि इनकी पढ़ाई आगे कराई जा सके. वही जिला प्रसाशन भी छात्र के जज्बे को सलाम कर रहा है। इस पर अमेठी जिलाधिकारी ने बताया कि ये बच्चा अमेठी के साथ प्रदेश के बच्चो के लिए प्रेरणास्रोत है जो इतनी अक्षमता होने के बावजूद पेपर दे रहा यह छात्र का हौसला ही है, जिसे हम सलाम करते हैं और प्रसाशन की तरफ से जो भी संभव मदद होगी ज़रूर उपलब्ध कराइ जाएगी.
Posted By:- Ankush Pal
Correspondent, Janmat News.