“शिक्षिका नहीं कर रही मासूम का दाखिला”, शिक्षा विभाग का अमानवीय चेहरा आया सामने

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मैनपुरी (जनमत):- एक तरफ केंद्र व प्रदेश सरकार भारत को डिजिटल इंडिया बनाने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में अथक प्रयास कर रही है लेकिन शिक्षा विभाग के अधीनस्थ सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का काम करते हुए नजर आ रहे हैं। जहां एक मासूम दाखिला लेने के लिए अपने अभिभावक के साथ कई बार विद्यालय के चक्कर लगा रही है इसके बावजूद भी अध्यापिका उसका दाखिला नहीं कर रही है ऐसा ही एक अमानवीय चेहरा भारत वीडियो के माध्यम से देखने को मिला है जैसे कि औसत विद्यालय में अनुसूचित जाति को नहीं है शिक्षा पाने का अधिकार ।


ऐसा ही एक मामला जनपद मैनपुरी के कस्बा भोगांव के प्राथमिक विद्यालय मैं देखने को है जहां अपनी बच्ची का एडमिशन कराने गई अभिभावक के साथ प्रधानाध्यापिका ने जमकर अभद्रता की और जाति सूचक शब्द कहते हुए मासूम बच्ची का एडमिशन करने से मना कर दिया। आपको बता दें प्रधानाध्यापिका मीना वर्मा बच्ची के अभिभावक पर इस कदर हाइपर हो गई की बच्ची का एडमिशन किए बिना ही उन्हें विद्यालय से भगा दिया । जिसके बाद बच्ची के परिजनों ने 1090 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई परिजनों का कहना है कि बच्ची के एडमिशन के लिए लगातार विद्यालयों का चक्कर लगा रहे थे और परिजनों ने प्रधानाध्यापिका पर जातिसूचक शब्द कहकर विद्यालय से भगा देने का आरोप लगाया है ।

वीडियो वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता से जब इस पूरे मामले की जानकारी ली तो बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता का कहना था कि यह मामला अभी संज्ञान में आया है और प्रधानाध्यापिका पर जांच के आदेश कर दिए गए हैं । अगर जांच में प्रधानाध्यापिका दोषी पाई जाती हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी इस तरीके से व्यवहार करना बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना था कि यदि कोई अभिभावक अपने बच्चे का एडमिशन कराने आता है तो आपका कोई अधिकार नहीं बनता कि आप उसे मना कर दें और बच्चो से इस तरह बात करे ।

Reported By – Gaurav Panday 

Published By – Vishal Mishra