हरदोई (जनमत):- यूपी के हरदोई में अब हजारों मजदूर बेरोजगार होने के कगार पर है और लोगों का अपना घर बनाने का सपना अधूरा रहने वाला है क्योंकि घर बनाने के लिए ईंट जरूरी है अब हरदोई में भट्टा संचालकों ने निर्माण बन्द करने का इरादा बना लिया है। दरअसल यह लोग अपने ऊपर लगाई जाने वाली जीएसटी का विरोध कर रहे हैं,ईंट उद्योग पर जीएसटी की दर बढ़ाने और कोयला नीति में खामियों से जूझ रहे जिले के ईंट भट्ठा संचालक एक अक्तूबर से पूरे सीजन पथाई का काम रोककर हड़ताल करेंगे।
हरदोई में ईंट भट्ठा संचालकों ने अक्तूबर 2022 से सितंबर 2023 तक ईंट भट्ठे बंद रखने और हड़ताल करने का फैसला लिया है। हरदोई में करीब 300 से ज़्यादा ईंट भट्ठे हैं, जो एक साल तक बंद रहेंगे। इसका सबसे ज्यादा असर मकान बनवाने वालों पर पड़ेगा। यानी आने वाले समय में ईंट के दाम आसमान छू सकते हैं।
ईंट भट्ठा समिति के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने कहा कि हरदोई के 300 से ज़्यादा भट्टों से हज़ारों परिवार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर आजीविका कमा रहे हैं। सरकार ने वायदे के विपरीत मनमाने तरीके से जीएसटी के नियम बदलकर ईंट निर्माताओं के साथ घोर अन्याय किया और अब कोयला भी महंगा हो रहा है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष तक कोयला आठ से दस हजार रुपये प्रति टन मिलता रहा, लेकिन अब बिचौलियों के माध्यम से 20 से 26 हजार रुपये प्रति टन मिल रहा है।
यही नहीं, कोयला के नाम पत्थर दिए जाने से उसका उपयोग भी नहीं हो रहा है। अब सरकार लाल ईंट की जगह सीमेंट और फ्लाई ऐश की ईंट को बढ़ावा दे रही है।विनियमन शुल्क जमा करने वाले भट्ठा मालिकों को खेतों से मिट्टी खनन कराने पर बदनाम और परेशान किया जाता है। सरकार ने इन समस्याओं का जल्द निराकरण नहीं किया तो अगले वर्ष से जनपद के सभी भट्ठों पर ईंट की पथाई बंद किया जाएगा, उन्होंने कहा कि सरकार ईंट भट्ठा मालिकों को जेसीबी से खनन करने की अनुमति और उनकी सभी मांगों को जल्द पूरा करे।