अयोध्या (जनमत):- रामनगरी अयोध्या में बसपा के प्रबुद्ध समाज के सम्मेलन पर अयोध्या के संतो ने तीखी प्रतिक्रिया दी हैं, अयोध्या सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास बसपा के सम्मलेन को लेकर कहा कि यह वही बसपा है जिसने नारा दिया था तिलक तराजू और तलवार इनको मारो जूते चार। सतीश मिश्रा ने हनुमानगढ़ी राम जन्म भूमि और सरयू मां का दर्शन किया। सरयू में दुग्धाभिषेक किया। यह वही हैं जो देवी देवता को नहीं मानते थे। जो कहते थे कि दूध सरजू जी में फेंक रहे हैं बच्चों को दान करना चाहिए।
(महंत राजू दास, हनुमानगढ़ी अयोध्या)
यही बीएसपी के लोग है जो राम मंदिर निर्माण की मांग पर कहते थे कि क्या जरूरत है और राम मंदिर की राम जन्मभूमि पर हॉस्पिटल बन जाना चाहिए। महंत राजू दास ने कहा वही लोग आज हनुमानगढ़ी राम जन्म भूमि दर्शन कर रहे हैं। अयोध्या आने पर कभी भी किसी मठ मंदिर पर नहीं जाते थे।बसपा सुप्रिमो मायावती कभी भी साधु संतों को नहीं बुलाई है, और ना ही कभी अयोध्या दर्शन किया हैं। सदैव सनातन धर्म और ब्राह्मणों का अपमान करने का काम करते थे। बसपा सरकार में सबसे ज्यादा हरिजन एक्ट ब्राह्मणों पर लगे थे। कश्मीर में साढ़े चार लाख से ज्यादा कश्मीरी ब्राह्मणों को भगाया जा रहा था।तब क्यों नहीं बोली।तब विरोध करना चाहिए था।
तब मैं मानता कि ब्राह्मणों से प्रेम है। ये लोग कालनेमि गिरगिट जैसे रंग बदलने वाले और लाशों पर राजनीति करने वाले लोग हैं। वही दूसरी और तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा कि यही मायावती सवर्ण समाज के खिलाफ नारा दिया था। चुनाव नजदीक आया है,तो मायावती को ब्राह्मणों का ध्यान आया है। अब इस तरह की राजनीति करने वालों को ब्राम्हण समाज अच्छी तरह से जानता है।और ब्राह्मणों का हित केवल भाजपा के द्वारा हुआ है। क्योंकि 10% सवर्णों को मिला आरक्षण बीजेपी की देन रही है। भाजपा ही ब्राह्मणों का कल्याण कर सकती हैं।
महंत परमहंस दास ने कहा कि कांग्रेस सपा और बसपा चुनाव के समय इनके नाटक शुरू होते हैं। सवर्ण समाज के विरोध में जब नारा दिया था तब मायावती को यह पता नहीं था कि आगामी दिनों में उन्हें ब्राह्मणों की जरूरत पड़ेगी। अब 2022 में फिर से कमल खिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बनेंगे, ब्राह्मण समाज उनके झांसे में नही आएगा।
Posted By:- Amitabh Chaubey Reported By:- Azam Khan