लखनऊ(जनमत):- यूपी एटीएस ने अवैध धर्मांतरण मामले से जुड़े एक और आरोपी सरफराज अली जाफरी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। मु.अ.सं – 09/21, धारा-417/153(ए)/153(बी)/ 295 (ए)/298/120 (बी)/121(ए)/123 भा.द.वि. व 3/5/8 उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम-2020, थाना- एटीएस, लखनऊ, उ.प्र. पर पंजीकृत किया गया था। उक्त अभियोग की विवेचना के दौरान उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त भारत के विभिन्न राज्यों से अब तक 15 गिरफ्तारियां की गयी जिनमें मौलाना उमर गौतम, मौलाना कलीम सिद्दीकी सहित महाराष्ट्र नेटवर्क के रामेश्वर कावड़े उर्फ आदम उर्फ़ एडम पुत्र रामेश्वर कावड़े, उम्र 29, भूप्रिय बन्दो उर्फ अर्सलान मुस्तफा पुत्र देवी दास मानकर, उम्र 29 कौशर आलम पुत्र शौकत अली खान, उम्र 50, हाफिज इदरीस, मो. सलीम, धीरज जगताप आदि प्रमुख है। वह यूपी के अमरोहा का रहने वाला है और फिलहाल दिल्ली के बाटला हाउस के ब्लाक सी में मकान लेकर रह रहा था। सरफराज अली जाफरी वर्ष 2016 से सह अभियुक्त कलीम सिद्दीकी के ग्लोबल पीस सेण्टर का कार्य देख रहा है।
उल्लेखनीय है कि ग्लोबल पीस सेण्टर जोकि कलीम सिद्दीकी द्वारा संचालित संस्था है जिसका प्रमुख कार्य धर्मान्तरण सम्बन्धी गतिविधियों का संचालन करना है। सरफराज जाफरी द्वारा ग्लोबल पीस सेंटर के अतिरिक्त ह्यूमैनिटी फॉर आल, न्यू दिल्ली नामक संस्था के नाम पर कथित तौर पर सामाजिक कार्यों की आड़ में अवैध धर्मांतरण की गतिविधियाँ संयोजित करने के संबंध में भी तथ्य पाए गए हैं जिसके क्रम में संकलित साक्ष्यो के आधार पर संदिग्ध पाए गए सरफ़राज़ अली जाफरी को पूछताछ हेतु आदेश अंतर्गत 160 CrPC दिनांक 29.09.21 को निर्गत किया गया था। सरफराज अली ग्लोबल पीस सेण्टर के पास बाटला हाउस, जामिया नगर, नई दिल्ली में आवासित है।
अभियुक्त सरफराज अली जाफरी द्वारा ग्लोबल पीस सेण्टर के मेनेजर के तौर पर सह अभियुक्त कलीम सिद्दीकी के दाइयों के माध्यम से भेजे गए व्यक्तियों को गैर धर्म के बारे में दुर्व्यपदेषित करना तथा विभिन्न प्रलोभन देकर अवांछित (Undue Influence) प्रभाव का प्रयोग कर इस्लाम में धर्मान्तरित कराते हुए उनके धर्मान्तरण सम्बन्धी दस्तावेज तैयार करने तथा धर्मान्तरण के बाद की प्रक्रिया जिसमें तरबियत और धर्मान्तरित व्यक्ति की नई धार्मिक पहचान को नौकरी शादी व् अन्य माध्यमों से सामाजिक तौर पर स्थापित करने के कार्य किया जाता है । इस प्रयोजन हेतु अभियुक्त सरफ़राज़ उपरोक्त को कलीम सिद्दीकी द्वारा धनराशी भी उपलब्ध कराई जाती है।
उल्लेखनीय है कि देश-विदेश से आई हुई फंडिंग से अवैध धर्मान्तरण सम्बन्धी कार्यों के संचालन में अभियुक्त सरफराज जाफरी की प्रमुख भूमिका पाई जा रही है। अभियुक्त सरफराज जाफरी के मोबाइल फ़ोन से ऐसे साक्ष्य प्राप्त हुए है जिसमे अभियुक्त गण द्वारा धर्मान्तरण के कार्य का मासिक एजेंडा विस्तृत तौर पर निर्धारित करने व गतिविधियाँ संचालित किये जाने का विवरण मौजूद है जिसके अनुसार दावती कैंप, दावती गश्त, दावत यानी धर्मान्तरण के लिए नए स्थान चिन्हित करना, धर्मान्तरण के लिए चिन्हित स्थानों के लिए दाई यानी धर्मान्तरण में लगे प्रचारक आवंटित करना, धर्मान्तरण संबंधी अभिलेखों का प्रचारण- प्रसारण, कन्वर्ट व्यक्तियों की तरबियत के क्रम में जमातों में भेजने की व्यवस्था, धर्मान्तरित व्यक्तियों के डोक्युमेंटेशन की व्यवस्था, नौकरी और
शादी की व्यवस्था कराना अन्य धर्मों के लोगो का मस्जिद विजिट की व्यवस्था कराना के साथ-साथ कंवेर्जन, नोटरी शादी लिव-इन रिलेशनशिप आदि मामलों के लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था के सम्बन्ध में विस्तृत विवरण पाया गया है। अभियुक्त सरफराज जाफरी सह अभियुक्त कलीम सिद्दीकी के नेटवर्क के माध्यम से धर्मान्तरित व्यक्तियो को डोक्युमेंटेशन के लिए सह अभियुक्त उमर गौतम के इस्लामिक दावा सेण्टर भी भेजा जाता था। अतः उपलब्ध साक्ष्यों के क्रम में पूछताछ के उपरान्त लखनऊ एटीएस मुख्यालय पर दिनांक 06.10.21 को अभियुक्त उपरोक्त सरफराज अली जाफरी को नियमानुसार गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष नियमानुसार प्रस्तुत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जाएगी। इस अभियुक्त से अग्रिम गहन पूछताछ हेतु पुलिस कस्टडी रिमांड हेतु माननीय न्यायालय में आवेदन किया जा रहा है।
Posted By:- Amitabh Chaubey
Reported By:- Shailendra Sharma