नई दिल्ली (जनमत):- उत्तर रेलवे वर्तमान में नई दिल्ली से देहरादून, वाराणसी, अंब अंदौरा और कटड़ा मार्ग पर चार वंदे भारत ट्रेनों का संचालन कर रहा है। अपनी तेज रफ़्तार, विश्वस्तरीय सुविधाओं और यात्रा समय में कमी के कारण यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन इस मौजूदा त्योहारी सीजन के दौरान अपने परिवार के पास जाने वाले यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन बन गई है। यही कारण है कि उत्तर रेलवे की इन रेलगाड़ियों में यात्रियों के लिए सीटों की बुकिंग लगभग पूरी रहती है।
अपनी रफ़्तार, आरामदेह सफर एवं किफायती किराये के साथ, वंदेभारत वर्तमान में भारत के युवाओं की पसंदीदा ट्रेन बन गई है क्योंकि 25 से 34 वर्ष की आयु वर्ग के युवा वंदे भारत से यात्रा करना पसंद कर रहे हैं और उन्हें सस्ती दरों पर बेहतर सुविधाएं भी मिल रही हैं।
जैसे-जैसे उत्तर रेलवे जोन में वंदे भारत ट्रेनों का जाल लगातार फैलता जा रहा है, यह व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण राज्यों और शहरों को आपस में जोड रही हैं, और यात्रा समय में कमी आनेे, यातायात की कोई चिंता ना होने एवं यात्रियों के बजट के भीतर रेलयात्रा की सस्ती दरों के कारण 25-34 और 35-49 वर्ष के आयु वर्ग का कामकाजी समुदाय इन ट्रेनों को अपने दैनिक आवागमन के लिए पसंद करते हैं।
वाराणसी और कटड़ा जैसे कई सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण शहर उन यात्रियों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं जो अब हमारी उत्तर रेलवे जोन की नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस और श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे हैं।
और केवल युवा ही नहीं, अपितु 60़ वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिक भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों से यात्रा करने के लिए उत्साहित हैं क्योंकि ट्रेनों में उपलब्ध विश्वस्तरीय सुविधाओं के कारण इनमें आरामदेह यात्रा का अनुभव मिलता है। वाराणसी और कटड़ा वंदे भारत वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थाटन और पर्यटन का अनूठा संगम प्रदान कर रही हैं। ये रेलगाड़ियां वाराणसी के सुप्रसिद्ध काशी विश्वनाथ और काल भैरव जैसे विश्व प्रसिद्ध मंदिरों और सारनाथ जैसे स्थलों के लिए सुविधाजनक यात्रा प्रदान कर रही हैं तथा श्री माता वैष्णों देवी कटड़ा व रघुनाथ मंदिर व पटनी टॉप और जम्मू जैसे मशहूर पर्यटक स्थलों के लिए आसान पहुंच प्रदान कर रही हैं।
वंदे भारत ट्रेनें जिन्हें संचालित हुये अब चार वर्ष से भी अधिक समय हो गया है, के परिचालन से उत्तर रेलवे जोन में यात्रियों की पहली पसंद बन रही हैं। अपनी उच्च गति, लागत प्रभावी और आरामदायक यात्रा सुविधाओं के लिए विख्यात इन ट्रेनों के बढ़ते नेटवर्क के परिणामस्वरूप घरेलू एयरलाइन्स, विशेषकर कम दूरी के मार्गों के लिए प्रतिस्पर्धात्मक चुनौती पैदा हुई है।