अलीगढ़ (जनमत):– विकास खण्ड गोहांड के बहपुर गांव में जिम्मेदारों ने पंचायत घर को भूसा घर मेअलीगढ़ महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी ने बताया कि उनकी ससुराल के गांव बलरामपुर प्रेमपुर में दलित समाज के प्रेमी युगल ने घर से भागकर शादी कर ली,गांव के लोग इकट्ठा होकर इनके पास पहुंचे।जब इस मामले में सख्ती की गई तो दोनों ने अपनी शादी के फोटो भेज दिए, जिसके बाद गांव में लोगों की पंचायत हुई।उस पंचायत में फैसला लिया कि इन दोनों को गांव में घुसने नहीं देंगे।उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी सोमवार को अलीगढ़ पहुंची। जहां उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर समाज को खुद गंभीर होना पड़ेगा। ऐसे मामलों में मोबाइल एक बड़ी समस्या बन कर आया हैं। लड़कियां घंटों-घंटों अपने मोबाइल पर बात करती हैं। लड़कों के साथ उठती बैठती हैं। उनके मोबाइल भी चेक नहीं किये जाते हैं। उनके घर वालों को भी पता नहीं होता और जिसके बाद फिर मोबाइल से बात करते करते उन्हीं लड़कों के साथ लड़कियां भाग जाती है।
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी ने अपील की कि लड़कियों को मोबाइल न दें और अगर मोबाइल दें तो उनकी पूरी मॉनिटरिंग करें उन्होंने कहा कि माँओं की बड़ी जिम्मेदारी है और आज अगर बेटियां बिगड़ गई हैं तो उसके लिए माएँ जिम्मेदार हैं.अलीगढ़ पहुंची महिला आयोग की सदस्य मीना कुमारी ने महिलाओं के साथ बढ़ रही रेप की घटनाओं को लेकर कहा कि रेप की घटनाओं में सख्ती तो खूब की जा रही है। लेकिन समाज में इस तरह के मामले रुक नहीं रहे और लगातार बढ़ते जा हैं।रेप के मामलों में हम लोगों के साथ-साथ समाज को भी इसमें पैरवी करने की जरूरत है।सबसे पहले अपनी बेटियों पर भी नजर बनाए रखने की जरूरत है कि आखिर घर से निकल कर बेटियां जा कहा रही हैं,और आखिर किस लड़के के साथ उठ बैठ रही हैं। ऐसे में बेटियों के मोबाईल को भी उनके माता-पिता को देखने के साथ चेक करने की भी जरूरत है। इसके लिए सभी मां-बाप से कहना चाहतीं हूं कि बेटियां अपने मोबाईल फोन पर बाते करती रहती हैं,और बाद में उसके साथ घरों से भाग जाती हैं शादी करने के लिए।
साथ ही बताया कि ताजा मामला दो दिन पहले का इनकी ससुराल के गांव बालमपुर प्रेमपुर का है। जहां एक वाल्मीकि समाज की बेटी और जाटव समाज का लड़का हैं। इन दोनों ने घर से भागकर कर शादी कर ली और सख्ती होने के चलते अपनी शादी करने के फोटो अपने परिजनों को भेज दिए गए। ऐसे में गांव में पंचायत हुई और पंचायत में फैसला लिया गया कि इन दोनों को गांव में घुसने नहीं देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि में माता-पिता से अपील करती हूं कि अपनी बेटियों को किसी भी कीमत पर मोबाईल फोन न दिया जाए और अगर उनको फोन दिया भी जाए तो अपनी बेटियों पर पूरी नजर रखे। इसके लिए सबसे पहले इन बेटियों की माताएं अपनी बेटियों पर नजर रख उनका ध्यान रखें। क्योंकि मां की लापरवाही के चलते इन बेटियों के साथ ऐसी घटनाएं होती है।जिसके लिए इनकी मां जिम्मेदार हैं।
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL… REPORTED BY:- AJAY KUMAR