लखनऊ (जनमत):- उत्तर प्रदेश के गौरवशाली इतिहास के 70 वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों के बच्चें, अनाथ और निराश्रित बच्चों को शिक्षा के रूप में बड़ा तोहफा दिया है। लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में यूपी दिवस के तीसरे मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने18 अटल आवासीय विद्यालय ऐसे बच्चो को समर्पित किये है। 12 से 15 एकड़ में बनने वाले अटल विद्यालय नवोदय विद्यालय की तर्ज पर होंगे। इसमें प्रदेश के रजिस्टर श्रमिकों के बच्चें रहकर पढाई कर सकेंगे साथ ही अनाथ और निराश्रित बच्चो को भी इसमें दाखिला मिलेगा। सीएम योगी ने कहा कि इसमें पढ़ने वाला कोई बच्चा पढ़ने में होशियार है तो उसको भरपूर पढ़ाया जायेगा ताकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन कर सके।
इसके अलावा अगर कोई बच्चा पढ़ने में कमजोर है तो उसे स्किल डेवलपमेंट कराएँगे। इस मौके पर लक्ष्मण और रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से खिलाड़ियों को धनराशि के चेक देकर सम्मानित किया गया तो यूपी में निवेश करने वाले निवेशकों को भी सम्मान दिया गया। इस दौरान भोजपुरी, बुन्देलखण्डी और अवधि के कलाकारों ने विभिन्न तरह के कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, डिप्टी सीएम डॉक्टर दिनेश शर्मा, मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, अपर सचिव गृह अवनीश अवस्थी मुख्य सचिव आर के तिवारी , प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार और नवनीत सहगल समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। 24 जनवरी 1950 को जब उत्तर प्रदेश की आधार शिला रक्खी गई थी तो उस समय किसी को भी यह अंदाजा नहीं रहा होगा कि यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य बनेगा।
यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी दिवस के मौके पर लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में आयोजित समाराहों के दौरान कही है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमारी सरकार से पहले किसी ने भी यह उत्सव नहीं मनाया। भाजपा की सरकार बनने के बाद पूर्व राज्यपाल रामनाईक के प्रेरणा से पहला यूपी दिवस 2018 में मनाया गया। पहले यूपी दिवस में एक जिला – एक उत्पाद योजना को लेकर आये जो देश की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में एक है। दूसरे यूपी दिवस को विश्वकर्मा सम्मान के रूप में मनाया गया जिसमे विभिन्न क्षेत्र के कामगारों को सम्मानित करने के साथ ही उनको उनके हुनर की किट भी दी गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 67 साल के उत्तर प्रदेश से हमने यूपी दिवस को मनाना शुरू किया और आज यह तीसरे यूपी दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश का 70 वा स्थापना दिवस है। सीएम ने कहा 70 वर्ष आज हमारे स्थापना के पूरे हुए हैं। 70 वर्षों की यात्रा में आत्ममंथन का अवसर होना चाहिए। आज कुछ लोगों का सम्मान यहां हुआ है। कुछ लोगों का कल और परसों भी होगा। यूपी के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि दुनिया की सबसे पवित्र नदी गंगा अपनी सबसे अधिक दूरी यही तय करती है। यहीं पर गंगा यमुना का संगम होता है जिससे सरस्वती प्रकट होती है। यहाँ काशी है तो मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने रामराज्य की अवधारणा का संदेश यही पर दिया।
इसी धरती पर लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था और हमें पलायन न करने की बात सिखाई। यहां बुद्ध ने जन्म लेकर शांति का सन्देश दिया। जैन तीर्थकारों का जन्म यही हुआ। हमारे पूर्वजों ने स्वाधीनता आंदोलन में बलिदान दिया और आजादी के बाद सर्वाधिक प्रधानमंत्री देश को इसी उत्तर प्रदेश ने दिए है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने अपनी सरकार की अन्य उपलब्धियों के साथ ही कुम्भ के सफल आयोजन का भी जिक्र किया।
Posted By:-Rajnish chhabi