रामपुर(जनमत). उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में महिला दरोगा की सूझबूझ से बड़ी एक वारदात होने से टल गई। दरअसल यहाँ कचहरी परिसर के बाहर दो युवक संदिग्ध हालत में घूम रहे थे। युवक ऐसी हरकतें कर रहे थे मानों वह कुछ करने की फिराक में थे। पुख्ता सूचना के बाद मौके पर पहुंची महिला दरोगा ने युवको के इरादों को भांपते हुए उनकी घेरेबंदी कर उनको धर दबोचा। दबोचे गए युवको के कब्जे सो दो तमंचे और तकरीबन एक दर्जन कारतूस भी बरामद हुए है। दरोगा की इस जबाजी पर लोगों ने इन्हे लेडी सिंघम कहना शुरू कर दिया है। वही पुलिस कप्तान ने भी महिला की बहादुरी को देखते हुए उनकी प्रशंसा की और उन्हें बधाई भी दी।
रामपुर के कचहरी परिसर में पुलिस की सतर्कता से एक बड़ा हादसा टल गया। यहाँ असलहों से लैस दो युवक किसी वारदात को अंजाम देने की फ़िराक में घूम रहे थे। युवको की गतिविधिया संदिग्ध लगने पर किसी ने तेज तर्रार कचहरी चौकी इंचार्ज अनुपमा त्यागी नाम की महिला दरोगा को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही महिला दरोगा ने घेराबंदी कर दोनों युवको को दबोच लिया । महिला दरोगा की इस बहादुरी से एक वारदात होने से टल गई। गिरफ्तार युवको की पहचान टांडा लालपुर के राहत अली और वसीम अहमद के रूप में हुई है। दोनों युवको के कब्जे से पुलिस को दो अवैध असलहो के साथ ही 10 कारतूस भी बरामद हुए है। महिला दरोगा की इस बहादुरी के बाद जनपद के लोगों ने उन्हें लेडी सिंघम कहना शुरू कर दिया है। खुद पुलिस कप्तान ने भी अपनी तेज तर्रार महिला दरोगा की तारीफ की है।
बता दे कि प्रदेश के कई कोर्ट के आस – पास तमाम तरह की आपराधिक घटनाये हो चुकी है। इन्ही घटनाओ के मद्देनज़र रामपुर के पुलिस कप्तान ने कचहरी परिसर की सुरक्षा के ख़ास इंतजाम किये थे। इसके अलावा खुद अधिवक्ताओ ने पुलिस कप्तान से कचहरी की सुरक्षा में तेजतर्रार पुलिस कर्मियों की तैनाती की मांग की थी। अधिवक्ताओ की मांग को देखते हुए पुलिस अधिकारी ने कचहरी परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी महिला दरोगा अनुपमा त्यागी को दी थी। इनकी तैनाती के बाद ही कचहरी के आस पास बदमाश जाने से कतराने लगे थे। तैनाती के बाद से अनुपमा त्यागी ने खुद यहाँ पर अपना नेटवर्क इतना मजबूत कर लिया कि गलत नियत से आने वाला कोई भी व्यक्ति उनकी पैनी नज़र से नहीं बच पाता। दोनों बदमाशों की गिरफ़्तारी इसी का नतीजा है।