अलीगढ़(जनमत). दक्षिण भारत के नामचीन अभिनेता से नेता बने कमल हासन द्वारा दिये गए हिन्दू शब्द को लेकर बयान पर मचा बवाल,मुस्लिम संघ विचारक ने कहा कि उन्हें शरई कानून के तहत बीच चौराहे पर पत्थर मारकर खत्म कर देना चाहिए। तो दूसरी ओर एएमयू प्रोफेसर ने कहा कि धर्म के बारे में जानकारी देना विद्वानों का काम है किसी अभिनेता या एक्टर का नहीं है।
लगातर धर्म को लेकर विवादित बयानबाज़ी कर रहे कमल हासन द्वारा हिन्दू शब्द को लेकर दिया गया एक बयान विवाद का केंद्र बन गया है। उनके द्वारा कहे जाने पर की हिन्दू प्राचीन काल का कोई शब्द ही नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये शब्द आक्रमणकारियों द्वारा दिया गया है। इस बयान पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी धर्मशास्त्र विभाग के एसिस्टेंट प्रोफेसर ने कहा कि धर्म के बारे में जानकारी देना विद्वानों का काम है न किसी एक्टर या अभिनेता का,इसलिए वह गलत बयानबाज़ी न करें। वहीं दूसरी ओर मुस्लिम संघ विचारक ने कहा कि कमल हासन को सबसे पहले अपना डीएनए टेस्ट कराना चाहिए। डीएनए में वह निश्चित ही किसी आक्रमणकारी की नाजायज़ औलाद निकलेंगे जिसका वह आजकल गुणगान कर रहे हैं।
दक्षिण भारत के प्रसिद्ध अभिनेता रहे कमल हासन अब राजनीति के मैदान में हैं। उनके द्वारा हाल में दिए गए हिन्दू शब्द को लेकर एक विवादित बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है।
कमल हासन के बयान के विरोध जताते हुए मुस्लिम संघ विचारक ने कहा कि सिंधु नदी से निकलने वाले सारे भूभाग के निवासी हिन्दू हैं। भले ही उनकी पूजा पद्धति अलग अलग हो। कमल हासन को सबसे पहले अपना डीएनए जांच कराना चाहिए। डीएनए में वह निश्चित ही किसी आक्रमणकारी की नाजायज़ औलाद निकलेंगे,जिसका वह आजकल गुणगान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हिन्दू संस्कृति विश्व की प्राचीन संस्कृति है जो आदि काल से चली आ रही है। हिन्दू शब्द हिंदुओं द्वारा खुद अपनाया गया है। जिसप्रकार से कमल हासन लगातार हिंदुओं के विरुद्ध लगातार बयानबाज़ी कर रहे हैं इसको लेकर देशवासी उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। हिंदुओं को जब कमल हासन बुरा कहते हैं इससे मुसलमानों को बुरा लगता है। वह सिर्फ अपना राजनीतिक लाभ लेने के लिए ऐसा कर रहे हैं। कमल हासन को शरई कानून के तहत बीच चौराहे पर पत्थर मारकर खत्म कर देना चाहिए। जो हिन्दू मुसलमान में खाई पैदा कर रहा है ऐसी जड़ को तुरंत खत्म कर देना चाहिए।