लखनऊ (जनमत) : उत्तर प्रदेश में अभी हाल ही में पालीथीन पर प्रतिबंध लगाया गया. हालाँकि 50 मिक्रोन से कम निर्मित पालीथीन अभी प्रतिबंधित नहीं है. इसी को देखते हुए राजधानी लखनऊ की प्लास्टिक एसोसिएशन ने इस पर नाराज़गी जताई है. एसोसिएशन के मुताबिक, प्रदेश में हजारों फैक्ट्रियां हैं, जो पॉलिथीन का उत्पादन करती थीं, जिसमे काम करने वाले अनेक युवा अब बेरोजगार हो जायेंगे.
वहीँ पॉलिथीन का निर्माण करने वाली फैक्ट्रीयां अब बंद हो जाएँगी जिससे कहीं न कहीं प्रदेश में बेरोज़गारी संकट उत्पन्न हो जायेगा. हजारों लोगों के सामने बेरोजगारी का संकट भी खड़ा हो गया है। इसी के साथ ही एसोशिएशन के अध्यक्ष ने जानकारी दी की शहर में अभी भी पॉलिथीन बन रही है लेकिन सरकार के प्रतिबंध लगाने के बाद फैक्ट्रियों में बना हुआ माल अब डंप पड़ा है।जो की प्रतिबन्ध के बाद बेचीं नहीं जा सकती है, ऐसे में यह भी कहीं न कहीं फैक्टरी के मालिको के लिए नुकशान पहुच रहा है.