चले शो में हुई मारपीट, जेल भी जाना पड़ा, पिछले 10 सालों में स्टैंडअप कॉमेडी कैसे बनी राजनीतिक चर्चा का विषय
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के शो के बाद सियासी हलचल पैदा हो गई है। हाल ही में कुणाल ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर अपने शो में एक विवादास्पद पैरोडी गाई, जिसके बाद विवाद उठ खड़ा हुआ और खार पुलिस ने उन्हें समन का नोटिस भेजा। स्टैंडअप कॉमेडी पिछले कुछ सालों में सियासी गतिविधियों का हिस्सा बन चुकी है।

नई दिल्ली (जनमत): स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के शो के बाद सियासी हलचल पैदा हो गई है। हाल ही में कुणाल ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर अपने शो में एक विवादास्पद पैरोडी गाई, जिसके बाद विवाद उठ खड़ा हुआ और खार पुलिस ने उन्हें समन का नोटिस भेजा। स्टैंडअप कॉमेडी पिछले कुछ सालों में सियासी गतिविधियों का हिस्सा बन चुकी है। कुणाल कामरा से पहले स्टैंडअप कॉमेडियन समय रैना भी विवादों में फंसे थे। पिछले 10 सालों में स्टैंडअप कॉमेडियन्स को चलते शो में मारपीट से लेकर जेल तक की सजा का सामना करना पड़ा है। इस रिपोर्ट में हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि कैसे पिछले 10 सालों में स्टैंडअप कॉमेडी भारत में सियासी हलचल का कारण बनी है।
भारत में पिछले 15 वर्षों में कॉमेडी ने लोगों के बीच अपनी पहचान बनाई है, और पिछले 10 साल स्टैंडअप कॉमेडी के लिए बेहतरीन रहे हैं। भारत में स्टैंडअप कॉमेडी की शुरुआत टीवी से हुई थी, और 2000 के दशक में कई लाफ्टर शो ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। 2009 में मुंबई में 'द कॉमेडी स्टोर' की शुरुआत हुई। 2010 के दशक में भारत के वीर दास और कैनी सबेस्टियन जैसे स्टैंडअप कॉमेडियन्स ने विदेशों में भी नाम कमाया। हालांकि, इससे पहले राजू श्रीवास्तव जैसे कलाकार भी स्टैंडअप कॉमेडी करते थे। 2010 के बाद स्टैंडअप कॉमेडी में जाकिर खान जैसे नए कलाकारों का आगमन हुआ। 2015 के बाद भारत में स्टैंडअप कॉमेडी का कल्चर ज्यादा पॉपुलर हो गया।
2012 में तन्मय भट्ट और उनके साथियों ने एआईबी नामक प्लेटफॉर्म की शुरुआत की। 2015 में एआईबी ने एक रोस्टिंग स्टैंडअप कॉमेडी शो किया, जिसमें बॉलीवुड की प्रमुख हस्तियां शामिल थीं। यह शो विवादों में फंस गया था क्योंकि इसमें वल्गर कॉमेडी और गालियों का भरपूर इस्तेमाल हुआ था। इसके बाद से स्टैंडअप कॉमेडी भारत में विवादों के साथ जुड़ी रही। इसके बाद इस कला को पॉपुलैरिटी मिली और नए कलाकार सामने आए। मुनव्वर फारुकी को इंदौर में एक शो के दौरान कुछ लोगों ने पीटा था और उन्हें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में जेल भी जाना पड़ा।
पिछले 10 सालों में स्टैंडअप कॉमेडी सियासी हलचल का बड़ा कारण बन चुकी है। हाल ही में स्टैंडअप कॉमेडी पर आधारित ओटीटी शो 'इंडिया गॉट लेटेंट' भी विवादों में रहा। स्टैंडअप कॉमेडियन समय रैना के इस शो में गालियों और एडल्ट कंटेंट का इस्तेमाल किया गया, जिससे शो विवादों में घिर गया। इस शो में रणवीर अलाहबादिया ने कंटेस्टेंट से विवादित सवाल पूछे, जिसका वीडियो वायरल होने पर सियासी हलचल मच गई। महाराष्ट्र और असम के मुख्यमंत्री ने शो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
कुणाल कामरा का विवादों से पुराना संबंध रहा है। इससे पहले भी उन्हें कई बार बैकलेश का सामना करना पड़ा है। हाल ही में उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर अपने शो में विवादित टिप्पणी की, जिसके बाद सियासी हलचल पैदा हो गई। खार पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की और कुणाल को समन भेजा है।
स्टैंडअप कॉमेडी की शुरुआत अमेरिका में हुई थी। 19वीं सदी में अमेरिका में स्टैंडअप कॉमेडी का कल्चर जन्मा। वर्ल्ड वॉर-2 के बाद अमेरिका के शहरों जैसे लॉस एंजलेस और न्यूयॉर्क में स्टैंडअप कॉमेडी पॉपुलर हुई। 1940 में मिल्टन बारले, सिड सीजर और जैकी मैसन जैसे कलाकारों ने इस ट्रेंड की शुरुआत की। 50 से लेकर 70 के दशक तक यह कल्चर क्लब्स और पब में चला, और फिर टीवी पर भी इसका स्थान बन गया। 21वीं सदी में यह कल्चर पूरी दुनिया में फैला, और भारत में भी स्टैंडअप कॉमेडी ने अपनी जगह बना ली। आज भारत में यह एक प्रमुख मनोरंजन का माध्यम बन चुका है।
Published By: Satish Kashyap