हैप्पीनेस रिपोर्ट में भारत ने की उन्नति, फिर भी रहा पीछे; आठवीं बार सबसे खुशहाल देश बना ये राष्ट्र

फिनलैंड आठ साल से लगातार दुनिया का सबसे खुशहाल देश बना हुआ है। वहीं, डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन भी खुशहाल देशों की सूची में शीर्ष चार में शामिल हैं। 'वर्ल्ड हैप्पीनेस डे' की इस साल की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि पिछले साल के मुकाबले भारत ने आठ स्थानों का सुधार किया है और इस बार भारत को हैप्पीनेस इंडेक्स में 118वां स्थान प्राप्त हुआ है, क्योंकि हमारे देश ने दान के मामले में 57वीं रैंक प्राप्त की है।

हैप्पीनेस रिपोर्ट में भारत ने की उन्नति, फिर भी रहा पीछे; आठवीं बार सबसे खुशहाल देश बना ये राष्ट्र

हमारी सेहत पर केवल खानपान और रहन-सहन का ही असर नहीं पड़ता, बल्कि हमारे मूड का भी गहरा प्रभाव होता है। यही कारण है कि हमेशा कहा जाता है कि खुश रहना बेहद जरूरी है। इस बात को और भी स्पष्ट करने के लिए हर साल 20 मार्च को वर्ल्ड हैप्पीनेस डे मनाया जाता है। 

इस दिन की अहमियत के मद्देनजर हाल ही में दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की सूची जारी की गई। इस सूची को तैयार करने के लिए देशों में दानशीलता, दयालुता और समाजिक मेलजोल जैसी चीजों के आधार पर खुशहाली का आंकलन किया गया। इस साल भारत ने खुशहाली में आठ स्थानों की छलांग लगाकर 118वां स्थान हासिल किया है, जबकि अमेरिका की खुशहाली अपने न्यूनतम स्तर पर गिरकर 24वें स्थान पर आ गई है। 

फिनलैंड आठ साल से लगातार दुनिया का सबसे खुशहाल देश बना हुआ है। वहीं, डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन भी खुशहाल देशों की सूची में शीर्ष चार में शामिल हैं। 'वर्ल्ड हैप्पीनेस डे' की इस साल की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि पिछले साल के मुकाबले भारत ने आठ स्थानों का सुधार किया है और इस बार भारत को हैप्पीनेस इंडेक्स में 118वां स्थान प्राप्त हुआ है, क्योंकि हमारे देश ने दान के मामले में 57वीं रैंक प्राप्त की है।

भारत के पड़ोसी देशों जैसे नेपाल (92), पाकिस्तान (109) ने भी खुशहाली में भारत को पीछे छोड़ दिया है, जबकि श्रीलंका (133) और बांग्लादेश (134) भारत से पीछे हैं। 

अफगानिस्तान को इस सूची में सबसे अप्रसन्न देश का दर्जा प्राप्त हुआ है। वहीं, चीन की खुशहाली में आठ स्थानों की गिरावट आई है और वह 68वें स्थान पर आ गया है, जबकि पिछले साल वह 60वें स्थान पर था। चौंकाने वाली बात यह है कि युद्धग्रस्त फलस्तीन और यूक्रेन इस बार भी भारत से आगे हैं। फलस्तीन की रैंक 108 और यूक्रेन की रैंक 111 है। 

इसी के साथ, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 147 देशों की इस खुशहाली सूची में अमेरिका अब सबसे खुशहाल 20 देशों में भी नहीं है। उसकी रैंक 24 है, जो अब तक की सबसे न्यूनतम रैंक है। अमेरिका कभी 2012 में 11वें स्थान पर था। वहीं, ब्रिटेन अमेरिका से एक स्थान ऊपर 23वें स्थान पर है। 

'वर्ल्ड हैप्पीनेस डे' की 2025 की रिपोर्ट वेलबीइंग रिसर्च सेंटर और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की गई है। इस रिपोर्ट में 147 देशों की खुशहाली का मूल्यांकन संपत्ति, गाड़ी और बंगला जैसी चीजों से नहीं, बल्कि लोगों की मदद करने की आदत, मिल-बांटकर रहने, सांस्कृतिक व संस्थागत भेदभाव को कम करने और अजनबियों की मदद करने जैसे कारकों के आधार पर किया गया है।

Published By: Satish Kashyap