ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान के अंदर भारत की सबसे बड़ी एयरस्ट्राइक
India's biggest airstrike inside Pakistan: भारत द्वारा "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत की गई सैन्य कार्रवाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में जोरदार चर्चा हो रही है।..........

देश/विदेश (जनमत):भारत द्वारा "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत की गई सैन्य कार्रवाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में जोरदार चर्चा हो रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स के बाद अब वाशिंगटन पोस्ट ने भी इस ऑपरेशन पर विस्तृत रिपोर्ट जारी की है, जिसमें पाकिस्तान के भीतर हुई तबाही की सैटेलाइट और वीडियो फुटेज के जरिए समीक्षा की गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह भारत की ओर से 1971 के युद्ध के बाद पाकिस्तान के अंदर की गई सबसे बड़ी और निर्णायक कार्रवाई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, हमले में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।
गंभीर नुकसान का खुलासा सैटेलाइट तस्वीरों से
सैटेलाइट इमेजरी के हवाले से रिपोर्ट बताती है कि भारत ने पाकिस्तान के अंदर तक प्रवेश कर, कम से कम तीन विमान हैंगर, दो रनवे और दो मोबाइल एयर फोर्स कंट्रोल यूनिट्स को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया। खासतौर पर रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस और रहीम यार खान का हवाई अड्डा भारी नुकसान की चपेट में आया।
रक्षा विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
किंग्स कॉलेज लंदन के रक्षा विशेषज्ञ वॉल्टर लैडविग ने इसे 1971 के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान की सैन्य क्षमता पर किया गया सबसे व्यापक हवाई हमला बताया। वहीं, विश्लेषक विलियम गुडहाइंड का मानना है कि भारत का उद्देश्य पाकिस्तान की हवाई और रक्षात्मक क्षमता को कमजोर करना था।
प्रमुख एयरबेसों को निशाना बनाया गया
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नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी): रिपोर्ट के अनुसार, यह एयरबेस रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यहां की दो मोबाइल कंट्रोल यूनिट्स को नष्ट कर दिया गया।
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भोलेरी और शाहबाज एयरबेस: हैंगरों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा, जिनमें एक में 60 फीट का बड़ा छेद हुआ।
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सुक्कुर एयरपोर्ट: यहां भी एक हैंगर ढह गया और रडार साइट तबाह हो गई।
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मुशाफ और शेख जायद एयरपोर्ट: रनवे पर बड़े गड्ढे नजर आए, जिससे विमानों का संचालन प्रभावित हुआ।
पाकिस्तानी पक्ष की प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी सेना ने भोलारी एयरबेस पर पांच और मुशाफ एयरबेस पर एक जवान के मारे जाने की पुष्टि की है। वहीं, पाक सेना का दावा है कि उन्होंने अधिकतर मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया, लेकिन कुछ मिसाइलें बच निकलीं, जिससे नुकसान हुआ।
निष्कर्ष
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट ने भारतीय दावों की पुष्टि करते हुए बताया कि भारत की यह कार्रवाई न केवल सटीक और संयमित थी, बल्कि उसने पाकिस्तान के सैन्य ढांचे पर गहरा प्रभाव छोड़ा है। अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों का मानना है कि यह ऑपरेशन दक्षिण एशिया की सुरक्षा परिदृश्य में एक नया मोड़ साबित हो सकता है।