एटा से नंद कुमार की रिपोर्ट —
एटा/जनमत न्यूज। अपराध पर प्रभावी नियंत्रण और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए एटा पुलिस ने विशेष अभियान ‘ऑपरेशन खटखट’ चलाया, जिसके तहत जिले में पिछले पाँच वर्षों के दौरान चोरी, नकबजनी, एटीएम चोरी जैसे संगीन अपराधों में संलिप्त अपराधियों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई। अभियान के तहत 45 टीमों ने रात के समय विभिन्न थाना क्षेत्रों में दबिश देकर अब तक 298 अपराधियों का सत्यापन किया है। इनमें से 5 अपराधियों की मृत्यु हो चुकी है, जिसकी पुष्टि भी पुलिस द्वारा की गई है।
इस अभियान का उद्देश्य पुराने प्रकरणों में शामिल अपराधियों की निगरानी बढ़ाना, उनकी गतिविधियों पर रोक लगाना तथा दोबारा अपराध की संभावनाओं को समाप्त करना है। पुलिस की यह कार्रवाई उन अपराधियों के खिलाफ है जो पिछले वर्षों में चोरी, नकबजनी और एटीएम मशीन तोड़ने जैसी गंभीर वारदातों में चिन्हित किए जा चुके हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक श्वेताभ पाण्डेय की देखरेख में यह विशेष कार्रवाई लगातार जारी है। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराधियों के घरों पर दबिश के साथ ही उनके आपराधिक इतिहास, संपत्ति की जांच और आपराधिक नेटवर्क की सूचनाएं भी एकत्र की जा रही हैं। गंभीर मामलों में संबंधितों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही की तैयारी की जा रही है।
एएसपी पाण्डेय ने स्पष्ट चेतावनी दी कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने दो टूक कहा “अपराधी या तो अपराध छोड़ दें या जनपद छोड़ दें, अन्यथा एटा पुलिस के बज्र प्रहार के लिए तैयार रहें।”
इस अभियान के चलते अपराधियों में हड़कंप की स्थिति है और पुलिस की कार्रवाई ने क्षेत्र में सुरक्षा की भावना को और मजबूत किया है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि आगे भी यह अभियान जारी रहेगा, ताकि अपराध पर अंकुश लगाया जा सके और शांति व्यवस्था बनी रहे।