जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन सार्वजनिक बरात घर सद्भाव मण्डप और प्राथमिक विद्यालय, वाजिदपुर का किया स्थलीय निरीक्षण
जिलाधिकारी ने अल्पसंख्यक विभाग द्वारा चल रही पीएमजेवीके के तहत निर्माणाधीन सद्भाव मण्डप का निरीक्षण किया। इस परियोजना की लागत 2 करोड़ 25 लाख रुपये थी, और इसे जनवरी 2020 में शुरू किया गया था। लेकिन अब तक यह कार्य पूरा नहीं हो सका है। जिलाधिकारी की जांच में परियोजना में विलंब का कोई ठोस कारण सामने नहीं आया।

कानपुर/जनमत। जिलाधिकारी ने अल्पसंख्यक विभाग द्वारा चल रही पीएमजेवीके के तहत निर्माणाधीन सद्भाव मण्डप का निरीक्षण किया। इस परियोजना की लागत 2 करोड़ 25 लाख रुपये थी, और इसे जनवरी 2020 में शुरू किया गया था। लेकिन अब तक यह कार्य पूरा नहीं हो सका है। जिलाधिकारी की जांच में परियोजना में विलंब का कोई ठोस कारण सामने नहीं आया। अगस्त 2023 में विभाग को पूरा बजट मिल चुका था, फिर भी काम में देरी बनी रही। निरीक्षण में निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठे। पत्थर की टाइलिंग का लेवल सही नहीं था। प्लास्टर उतर रहा था। दीवारों पर नमी थी, स्टील फ्रेम में जंग लग चुकी थी, पल्ले नहीं लगाए गए थे और एंटी प्राइमर भी नहीं लगाया गया था।
जिलाधिकारी ने वक्फ विकास निगम के अधिशासी अभियंता रिजवान खान पर नाराजगी जताते हुए एमडी अंकित कुमार अग्रवाल से संबंधित लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की और घटिया निर्माण कार्य से रिकवरी का अनुरोध किया। यह भी उल्लेखनीय है कि पहले ही 3 फरवरी को हुई बैठक में जिलाधिकारी ने वक्फ विकास निगम के जेई सुनील कुमार का वेतन रोकने का निर्देश दिया था। लेकिन निरीक्षण में मण्डप की स्थिति में सुधार नहीं पाया गया।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय, वाजिदपुर (कम्पोजिट) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों से उनके नाम, विद्यालय में मिलने वाले भोजन, घटाने के सवालों पर बात की। उन्होंने यह भी पूछा कि अध्यापक समय पर स्कूल आते हैं या नहीं और वे किस प्रकार से पढ़ाते हैं। बच्चों ने बताया कि स्कूल में शुद्ध पीने के पानी की समस्या है। जिसके समाधान के लिए जिलाधिकारी ने तुरंत आरओ सिस्टम लगाने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त, अध्यापकों ने चमड़ा उद्योग से उठने वाली दुर्गंध की शिकायत की, जिस पर जिलाधिकारी ने समस्या के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
REPORTED BY - ALOK SHARMA
PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR