बिहार में बंपर वोटिंग: किसका बनेगा खेल, किसका बिगड़ेगा? सभी के अपने अपने दावे

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग खत्म हो गई है। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक 64.46 फीसदी वोटिंग हुई है।

बिहार में बंपर वोटिंग: किसका बनेगा खेल, किसका बिगड़ेगा? सभी के अपने अपने दावे
Published By - Ambuj Mishra

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग खत्म हो गई है। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक 64.46 फीसदी वोटिंग हुई है। बेगूसराय में सबसे ज्यादा 67.32% और शेखपुरा में सबसे कम 52.36% वोटिंग हुई। हालांकि अगर पहले चरण के मंत्रियों की सीटों पर बात की जाए तो सबसे ज्यादा कुढ़नी में 75.63% और सबसे कम बांकीपुर 40.00% में मतदान हुआ।

किसका क्या है दावा?

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 16 मंत्रियों की सीटों पर भी मतदान हुआ है। सभी में पिछले बार के मुकाबले ज्यादा मतदान हुआ है। सभी सीटों पर ज्यादा मतदान को दोनों पक्ष अपने-अपने फायदे में बता रहे हैं। सत्ता पक्ष की ओर से कहा जा रहा है कि जनता सरकार के कामों से खुश हैं इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों ने मतदान किया है।

क्या बोले सम्राट चौधरी?

डिप्टी सीएम और तारापुर से भाजपा प्रत्याशी सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं बिहार प्रशासन, बिहार की जनता और चुनाव आयोग का धन्यवाद करना चाहता हूं कि मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।

बिहार में आम मतदाताओं ने जिस तरह से बढ़-चढ़कर मतदान किया है, उससे साफ दिखता है कि इस बार पिछले चुनाव की तुलना में वोटिंग प्रतिशत में 4 से 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

हमारे प्रतिनिधियों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पहले चरण के बाद एनडीए 121 में से करीब 100 सीटों पर जीत रही है, और यह परिणाम 2010 के रिकॉर्ड को तोड़ने वाला होगा। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को भी आज के चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा।

इस बार भी लालू प्रसाद यादव के पूरे परिवार में से कोई भी चुनाव नहीं जीतेगा। सभी को इस बार हार का सामना करना पड़ेगा।

विपक्ष का का क्या है कहना?

वहीं विपक्ष का मानना है कि ज्यादा मतदान सरकार की खिलाफ नाराजगी बताता है। लोग वर्तमान सरकार के मंत्रियों से खुश नहीं है और यही नाराजगी उन्होंने मतदान में बदली है।

जनसुराज ने क्या कहा?

जनसुराज के ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर लिखा गया कि आज बिहार रिकॉर्ड तोड़ मतदान कर रहा है। शाम पांच बजे तक 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया है। अभी ये आंकड़े और बढ़ेंगे, लेकिन अभी तक के आंकड़ों ने ही पिछले कई विधानसभा चुनावों के आंकड़ों को पीछे छोड़ दिया है।

इतनी बड़ी संख्या में लोगों का घरों से बाहर निकलकर वोट देना इस बात का साफ संकेत दे रहा है कि बिहार की जनता बदलाव के लिए वोट कर रही है, अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट दे रही है। विश्वास रखिए, 14 नवंबर को जनता का राज आ रहा है, जन सुराज आ रहा है।