हरदोई मेडिकल कॉलेज में डॉ. विनीश वर्मा का कमाल,जटिल ऑपरेशन कर महिला को दी 'नई ज़िंदगी'

कहते हैं कि डॉक्टर धरती पर भगवान का दूसरा रूप होते हैं।इस बात को सच कर दिखाया है हरदोई मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विनीश वर्मा और उनकी टीम ने।

हरदोई मेडिकल कॉलेज में डॉ. विनीश वर्मा का कमाल,जटिल ऑपरेशन कर महिला को दी 'नई ज़िंदगी'
Published By- Diwaker Mishra

हरदोई से सुनील कुमार की रिपोर्ट

हरदोई/जनमत न्यूज़। कहते हैं कि डॉक्टर धरती पर भगवान का दूसरा रूप होते हैं।इस बात को सच कर दिखाया है हरदोई मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विनीश वर्मा और उनकी टीम ने। जहाँ एक ओर बड़े-बड़े निजी अस्पतालों ने इलाज के नाम पर लाखों का खर्च बताकर एक गरीब परिवार की उम्मीदें तोड़ दी थीं,वहीं मेडिकल कॉलेज ने जटिल और संवेदनशील ऑपरेशन को नि:शुल्क अंजाम देकर मानवता की मिसाल पेश की है।

हरदोई के इतिहास में इस तरह की जटिल स्पाइन सर्जरी का यह सफल होना चिकित्सा सेवाओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह ​मामला विकासखंड हरियावा के लिलवल गांव का है। यहाँ की निवासी अन्नपूर्णा की ज़िंदगी एक हादसे के बाद वीरान हो गई थी। कुछ समय पहले घर की छत पर बंदरों को भगाते समय उनका संतुलन बिगड़ा और वह नीचे गिर गईं। चोट इतनी भयानक थी कि रीढ़ की हड्डी (L2) बुरी तरह टूट गई।

अन्नपूर्णा का चलना-फिरना तो दूर,बिस्तर से उठना भी दूभर हो गया था।परिजनों ने अपनी बेटी को बचाने के लिए लखनऊ तक दौड़ लगाई।हर जगह ऑपरेशन की सलाह तो मिली,लेकिन खर्च 2 से 3 लाख रुपये बताया गया।एक गरीब परिवार के लिए यह रकम जुटाना असंभव था।दर्द से कराहती अन्नपूर्णा और बेबस माता-पिता की उम्मीदें दम तोड़ने लगी थीं।

23 नवंबर को परिजन आखिरी उम्मीद लेकर हरदोई मेडिकल कॉलेज पहुंचे।यहाँ उनकी मुलाकात एमबीबीएस,एमएस ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विनीश वर्मा से हुई।डॉ. वर्मा ने न सिर्फ़ मरीज की पीड़ा को समझा,बल्कि तुरंत उसे भर्ती कर जांचें शुरू करवाईं। 27 नवंबर को डॉ. विनीश वर्मा उनके सहयोगी डॉ अविक रॉय और टेकनीशियन पुनीत किशोर ने इस चुनौती को स्वीकार किया।

चिकित्सकों के अनुसार,रीढ़ की हड्डी (L2) का यह ऑपरेशन बेहद जटिल था,जिसे आमतौर पर बड़े शहरों के सुपर-स्पेशलिटी सेंटर्स में ही किया जाता है। लेकिन डॉ. विनीश वर्मा की कुशलता ने इसे हरदोई में ही संभव कर दिखाया।घंटों चली सर्जरी सफल रही और वह भी पूरी तरह नि:शुल्क।

ऑपरेशन के बाद अन्नपूर्णा की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है।वह अब खतरे से बाहर हैं और जल्द ही सामान्य जीवन की ओर लौटेंगी।बेटी को मौत के मुंह से वापस लाने पर परिजनों ने डॉ. विनीश वर्मा को 'मसीहा' बताया है। यह घटना साबित करती है कि हरदोई मेडिकल कॉलेज अब गंभीर रोगों के इलाज में भी सक्षम है और यहाँ की स्वास्थ्य सेवाएं आम जनता के विश्वास पर खरी उतर रही हैं।