गूगल मैप की गलती से हुआ बड़ा हादसा: तालाब में फंसी कार जलकर हुई खाक

गूगल मैप के गलत दिशा-निर्देश ने दिल्ली से आए एक परिवार की जान जोखिम में डाल दी। गलत रास्ता पकड़ने के बाद कार तालाब में फंस गई और कुछ ही मिनटों में उसमें आग लग गई।

गूगल मैप की गलती से हुआ बड़ा हादसा: तालाब में फंसी कार जलकर हुई खाक
REPORTED BY - SUNIL KUMAR, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

हरदोई/जनमत न्यूज़। कोतवाली देहात क्षेत्र में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा उस समय हो गया, जब गूगल मैप के गलत दिशा-निर्देश ने दिल्ली से आए एक परिवार की जान जोखिम में डाल दी। गलत रास्ता पकड़ने के बाद कार तालाब में फंस गई और कुछ ही मिनटों में उसमें आग लग गई। हादसे में कार पूरी तरह जलकर राख हो गई, जबकि उसमें रखा लाखों रुपये की नकदी, मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जलकर नष्ट हो गए। गनीमत रही कि कार सवार सभी लोग समय रहते बाहर निकल आए, जिससे बड़ी जनहानि टल गई।

बतादें कि राजेंद्र नगर, नई दिल्ली के निवासी राजन साहनी अपने परिवार के साथ हरदोई शहर में अपने मामा डॉ.ए.के. नथानी के यहां आए हुए थे। बुधवार सुबह वे न्यू सिविल लाइन क्षेत्र के पिहानी चुंगी स्थित अपने मित्र गोविंद से मिलने निकले। उन्होंने गूगल मैप पर दोस्त के घर का पता डाला, लेकिन मैप ने उन्हें गलत दिशा में भेज दिया। गलत रास्ता पकड़ते हुए कार एक बड़े तालाब के किनारे पहुंची और अचानक उसका अगला पहिया कच्चे हिस्से में धंस गया। कार फंसने पर राजन साहनी ने उसे बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन इसी दौरान कार में अचानक आग भड़क उठी।

देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। परिवार के सदस्य किसी तरह कार से बाहर निकल गए। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कुछ ही मिनटों में पूरी कार जलकर राख हो गई। कार में रखा करीब दो लाख रुपये नकद, एक लैपटॉप और दो मोबाइल फोन भी पूरी तरह जलकर नष्ट हो गए।

सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। सौभाग्य से कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ। पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।

पीड़ित राजन साहनी का कहना है कि यह पूरा हादसा गूगल मैप की गलत दिशा बताने के कारण हुआ। साथ ही क्षेत्र में तालाब व गड्ढों के आसपास चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा बैरियर न होने से भी ऐसे हादसे की आशंका और बढ़ जाती है। यह घटना एक बार फिर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में डिजिटल मैपिंग की सटीकता, सड़क सुरक्षा और स्थानीय प्रशासनिक सतर्कता की कमी को उजागर करती है।