ज्येष्ठ पूर्णिमा 2025: जानें तिथि, स्नान-दान के शुभ मुहूर्त और क्या करें दान

हिंदू पंचांग में ज्येष्ठ पूर्णिमा का विशेष महत्व है। यह दिन स्नान, दान और पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन किए गए पुण्य कार्यों का अक्षय फल मिलता है और पितरों की कृपा प्राप्त होती है।...

ज्येष्ठ पूर्णिमा 2025: जानें तिथि, स्नान-दान के शुभ मुहूर्त और क्या करें दान
Published By: Satish Kashyap

Spiritual News:हिंदू धर्म में ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को पुण्य तिथि के रूप में मान्यता प्राप्त है। इस दिन विशेष रूप से गंगा आदि पवित्र नदियों में स्नान करने और गरीबों को दान देने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन स्नान और दान करने से पापों का नाश होता है और इच्छित फल की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा का भी इस दिन खास महत्व है।

ज्येष्ठ पूर्णिमा 2025 की तिथि:
पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि 10 जून 2025 को सुबह 11:35 बजे शुरू होगी और 11 जून 2025 को दोपहर 01:13 बजे तक रहेगी। उदयातिथि अनुसार, ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत और धार्मिक अनुष्ठान 11 जून को किए जाएंगे।

स्नान-दान के शुभ मुहूर्त:
– प्रात:कालीन मुहूर्त: सुबह 04:02 से 04:42 बजे तक
– द्वितीय मुहूर्त: सुबह 10:35 से दोपहर 12:20 बजे तक

इस दिन व्रत, पूजा और दान से चिरस्थायी पुण्य की प्राप्ति होती है।

चौघड़िया अनुसार शुभ समय:

  • लाभ (उन्नति हेतु): 05:23 AM – 07:07 AM

  • अमृत (सर्वश्रेष्ठ): 07:07 AM – 08:52 AM

  • शुभ (कल्याणकारी): 10:36 AM – 12:21 PM

ज्येष्ठ पूर्णिमा पर क्या करें दान?
इस दिन गर्मी से राहत देने वाली वस्तुओं का दान विशेष पुण्यदायी माना गया है। जैसे:

  • शीतल जल या जलपात्र

  • पंखा या कूलर

  • मौसमी फल जैसे तरबूज, खीरा, ककड़ी

  • सत्तू

  • सूती वस्त्र

  • अन्न एवं धन

महत्वपूर्ण सूचना:
यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं और पंचांग पर आधारित है। व्यक्तिगत धार्मिक निर्णयों से पहले किसी जानकार पुरोहित या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।