टोल टैक्स को लेकर नितिन गडकरी की नई नीति
केंद्रीय सड़क मंत्री नितिन गडकरी ने टोल टैक्स को लेकर एक राहत देने वाली खबर दी है। उन्होंने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि सरकार टोल टैक्स के संबंध में एक नई नीति लाने वाली है, जिससे लोगों को कुछ राहत मिलेगी।

नई दिल्ली (जनमत):केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टोल टैक्स को लेकर एक राहत देने वाली खबर दी है। उन्होंने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि सरकार टोल टैक्स के संबंध में एक नई नीति लाने वाली है, जिससे लोगों को कुछ राहत मिलेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सड़कों के निर्माण पर सरकार काफी पैसा खर्च कर रही है, इसलिए टोल टैक्स लेना आवश्यक है।
गडकरी ने कहा, "यह विभाग की नीति है कि यदि आपको अच्छी सड़क चाहिए, तो इसके लिए आपको भुगतान करना होगा।" इसका मतलब है कि अच्छी सड़कों के निर्माण के लिए टोल टैक्स देना जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार असम में 3 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बना रही है।
गडकरी ने आगे कहा, "हम बड़ी सड़कें बना रहे हैं, जैसे चार लेन और छह लेन की सड़कों का निर्माण। मैं ब्रह्मपुत्र नदी पर कई पुल बना रहा हूं। हम बाजार से धन जुटा रहे हैं, और इसलिए टोल के बिना यह संभव नहीं है। हालांकि, हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हम केवल चार लेन वाली सड़कों पर टोल लेते हैं, दो लेन वाली पक्की सड़कों पर नहीं।"
साल 2008 के नियमों के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ही हिस्से में और एक ही दिशा में 60 किलोमीटर के भीतर कोई दूसरा टोल प्लाजा नहीं बनाया जा सकता। इसका मतलब है कि दो टोल प्लाजा के बीच कम से कम 60 किलोमीटर की दूरी होनी चाहिए।
गडकरी ने यह भी कहा, "इस सत्र के समाप्त होने के बाद हम टोल से संबंधित नई नीति घोषित करेंगे। इस नीति से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जाएगा, और हम उपभोक्ताओं को उचित छूट देंगे। टोल के बारे में कोई विवाद नहीं होगा।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नई नीति से टोल से जुड़ी समस्याओं का समाधान होगा।
भारत में टोल से कुल कमाई 2023-24 में 64,809.86 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक है। 2019-20 में यह कमाई 27,503 करोड़ रुपये थी, जो यह दर्शाता है कि टोल से सरकार की कमाई लगातार बढ़ रही है।
Published By: Satish Kashyap