पी. चिदंबरम का बड़ा बयान: INDIA गठबंधन अब भी कायम है या नहीं, मुझे भरोसा नहीं
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने हाल ही में दिए अपने बयान से सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने आशंका जताई है कि लोकसभा चुनाव से पहले गठित हुआ INDIA गठबंधन अब भी अस्तित्व में है या नहीं, इस पर वे पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं।

नई दिल्ली (जनमत): पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने हाल ही में दिए अपने बयान से सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने आशंका जताई है कि लोकसभा चुनाव से पहले गठित हुआ INDIA गठबंधन अब भी अस्तित्व में है या नहीं, इस पर वे पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं। उनके इस बयान से कांग्रेस में असहजता बढ़ गई है, जबकि भाजपा ने इस मौके का लाभ उठाकर कांग्रेस पर तीखा कटाक्ष किया है। भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि जब राहुल गांधी के करीबी नेता को भी कांग्रेस के भविष्य पर भरोसा नहीं रहा, तो पार्टी की स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है।
गुरुवार को पी. चिदंबरम ने यह कहते हुए चर्चा को हवा दी कि वे निश्चित नहीं हैं कि INDIA गठबंधन अभी भी बरकरार है या आगे भी रहेगा। उनके इस वक्तव्य के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अब खुद पार्टी के वरिष्ठ नेता भी विपक्ष की एकता पर सवाल उठा रहे हैं।
लोग चिदंबरम की तुलना अब केरल के सांसद शशि थरूर से भी कर रहे हैं, जो अक्सर मोदी सरकार की कुछ नीतियों की सराहना करते रहे हैं और पार्टी लाइन से इतर राय रख चुके हैं। केरल कांग्रेस में थरूर के खिलाफ पहले भी आवाजें उठ चुकी हैं। अब चिदंबरम के बयान को लेकर भी पार्टी के भीतर असहमति के स्वर उठ सकते हैं।
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया पर कहा, “कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम की भविष्यवाणी है कि विपक्ष भविष्य में एकजुट नहीं रह पाएगा, जबकि भाजपा एक मज़बूत संगठन है।”
एक आयोजन के दौरान चिदंबरम ने कहा कि भाजपा जैसी संगठनात्मक क्षमता किसी भी पार्टी में उन्होंने पहले नहीं देखी। उन्होंने इसे एक संगठित मशीनरी करार दिया जो नीचे तक प्रभावी नियंत्रण रखती है। उन्होंने यह भी कहा कि हम एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में हैं, जहां चुनाव होते हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या विपक्ष संगठित है?
सलमान खुर्शीद और मृत्युंजय सिंह यादव की किताब के विमोचन कार्यक्रम में चिदंबरम ने कहा कि उन्हें INDIA गठबंधन के भविष्य को लेकर उम्मीदें कम दिखती हैं। उन्होंने कहा कि यादव को लगता है कि गठबंधन जीवित है, लेकिन वे खुद ऐसा नहीं मानते। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस पर ज्यादा सही जानकारी सलमान खुर्शीद दे सकते हैं क्योंकि वे गठबंधन को एकजुट करने की प्रक्रिया में प्रत्यक्ष रूप से शामिल रहे हैं।
यदि गठबंधन अब भी पहले जैसा सक्रिय है, तो उन्हें खुशी होगी, लेकिन फिलहाल उन्हें ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा।