आतंकवाद के खिलाफ बरेलवी उलेमा का फतवा, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद को बताया गैर-इस्लामी

उत्तर प्रदेश में सुन्नी बरेलवी विचारधारा से जुड़े इस्लामिक विद्वानों ने आतंकवाद के खिलाफ एक अहम फतवा जारी किया है। ....

आतंकवाद के खिलाफ बरेलवी उलेमा का फतवा, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद को बताया गैर-इस्लामी
Published By: Satish Kashyap

बरेली/जनमत: उत्तर प्रदेश में सुन्नी बरेलवी विचारधारा से जुड़े इस्लामिक विद्वानों ने आतंकवाद के खिलाफ एक अहम फतवा जारी किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने बताया कि बहराइच निवासी डॉ. अनवर रजा कादरी के सवाल के जवाब में यह फतवा जारी किया गया। इस फतवे में आतंकी गतिविधियों को शरीयत के अनुसार पूरी तरह गलत और अमान्य करार दिया गया है।

फतवे में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों को इस्लामी सिद्धांतों के खिलाफ बताया गया है। मौलाना रजवी ने कहा कि इस्लाम के नाम पर हिंसा फैलाने वाले संगठन शरीयत के अनुसार हराम हैं और उनका कोई धार्मिक आधार नहीं है।

बरेली के सिविल लाइंस स्थित उपजा प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में मौलाना रजवी ने कुरान का हवाला देते हुए कहा कि किसी एक निर्दोष की हत्या समूची मानवता की हत्या के बराबर है। उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद ने फरमाया है कि सच्चा मुसलमान वह है जिससे किसी को कोई नुकसान न पहुंचे। साथ ही यह भी कहा गया कि अपने देश से मोहब्बत रखना आधा ईमान है।

फतवे में यह भी स्पष्ट किया गया है कि आज के दौर में कुछ लोग जिहाद की गलत व्याख्या करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इस तरह की सोच कुरान और हदीस की शिक्षाओं के खिलाफ है। फतवे में देश के सभी धर्मों के मानने वालों के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाए रखने की अपील की गई है और कहा गया है कि हर परिस्थिति में राष्ट्रहित को प्राथमिकता देनी चाहिए।