कलवारी गांव में राशन वितरण में धांधली, ग्रामीणों का आरोप – 4 से 5 किलो तक राशन काटा जा रहा

ग्रामीणों ने कोटेदार पर प्रति कार्डधारक 4 से 5 किलो तक राशन कम देने का आरोप लगाया है। ग्राम प्रधान जितेंद्र सिंह ने बताया कि ग्रामीणों को पहले टोकन दे दिया जाता है, लेकिन वितरण के दौरान गेहूं और चावल की मात्रा मनमाने ढंग से घटा दी जाती है।

कलवारी गांव में राशन वितरण में धांधली, ग्रामीणों का आरोप – 4 से 5 किलो तक राशन काटा जा रहा
REPORTED BY - GULAM NABI, PUBLISHED BY - MANOJ KUMAR

बलरामपुर/जनमत न्यूज। बलरामपुर मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित कलवारी गांव में राशन वितरण व्यवस्था में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। ग्रामीणों ने कोटेदार पर प्रति कार्डधारक 4 से 5 किलो तक राशन कम देने का आरोप लगाया है। ग्राम प्रधान जितेंद्र सिंह ने बताया कि ग्रामीणों को पहले टोकन दे दिया जाता है, लेकिन वितरण के दौरान गेहूं और चावल की मात्रा मनमाने ढंग से घटा दी जाती है।

सूत्रों के अनुसार, लगभग 50 कुंतल राशन गायब बताया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि 80 कुंतल राशन लाने के बाद वापस ले जाया जाता है, जिससे गड़बड़ी की आशंका और गहरी हो गई है। कई लाभार्थियों ने यह भी बताया कि कालाबाजारी खुलेआम की जा रही है, जबकि रजिस्टर में फर्जी एंट्रियां भी दर्ज की जा रही हैं।

कोटेदार रीता यादव ने सफाई देते हुए कहा कि वह राशन खुद खरीदती हैं, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि पहरेदारों की लापरवाही और अधिकारियों की मिलीभगत से यह खेल लगातार जारी है। कई लाभार्थियों को समय पर राशन नहीं मिल रहा है, वहीं कोटेदार द्वारा चालान राशि भी निर्धारित दर से कई गुना अधिक, ₹8000 से ₹10000 तक जमा करने की बात सामने आई है।

जब उनसे मशीन और रजिस्टर दिखाने को कहा गया, तो उन्होंने बताया कि दोनों ऑफिस में रखे हैं, जिससे ग्रामीणों का संदेह और बढ़ गया। इस पूरे मामले पर सप्लाई इंस्पेक्टर वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि “जो भी व्यक्ति पीड़ित है, वह लिखित आवेदन दे, जांच अवश्य की जाएगी।”

हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, विभाग द्वारा कई बार बुलाने के बावजूद कोटेदार जांच में शामिल नहीं हुई हैं, जिससे ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।