एआरटीओ–खनन अफसरों की मिलीभगत से  चल रहे वसूली रैकेट पर हुई कार्यवाही  

एसटीएफ ने खनन और परिवहन विभाग के अफसरों व दलालों के गठजोड़ का बड़ा भंडाफोड़ किया है। ओवरलोड ट्रकों से 5 से 10 हजार रुपये लेकर उन्हें बेरोक-टोक पास कराने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। रायबरेली, फतेहपुर और उन्नाव जिलों में एसटीएफ की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।

 एआरटीओ–खनन अफसरों की मिलीभगत से  चल रहे वसूली रैकेट पर हुई कार्यवाही  
Published By - ANKUSH PAL
 एआरटीओ–खनन अफसरों की मिलीभगत से  चल रहे वसूली रैकेट पर हुई कार्यवाही  

रायबरेली (जनमत) :- उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने खनन और परिवहन विभाग के अफसरों व दलालों के गठजोड़ का बड़ा भंडाफोड़ किया है। ओवरलोड ट्रकों से 5 से 10 हजार रुपये लेकर उन्हें बेरोक-टोक पास कराने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। रायबरेली, फतेहपुर और उन्नाव जिलों में एसटीएफ की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। तीनों जिलों में कुल 22 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें एआरटीओ के कर्मचारी, ड्राइवर और कई दलाल शामिल हैं।

एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ कि बांदा से आने वाले मोरंग लदे ट्रकों से लालगंज के मोहित सिंह और अयोध्या के सुशील सिंह 5 से 10 हजार रुपये प्रति ट्रक वसूलते थे। इनकी सेटिंग रायबरेली और फतेहपुर के एआरटीओ और उनके कर्मचारियों से थी। वसूली की रकम का बड़ा हिस्सा अधिकारियों तक पहुंचता था।
एसटीएफ ने दोनों दलालों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो कई नाम सामने आए। दलालों ने बताया कि जिन ट्रकों से वसूली हो जाती थी, उन्हें एआरटीओ या पीटीओ नहीं रोकते थे। खनन अफसरों की मिलीभगत भी उजागर हुई हैउन्नाव में मंगलवार रात करीब ढाई बजे एसटीएफ ने गदनखेड़ा बाईपास पर छापा मारकर 5 दलालों को गिरफ्तार किया। इनके पास से 13,800 रुपये नकद, सात मोबाइल, एक ट्रक और दो कारें बरामद की गईं। दलालों के पास से 350 ट्रकों की सूची भी मिली, जिन पर कोई चालान नहीं होता था।


पूछताछ में दलाल मो. तारिक हुसैन ने खुलासा किया कि वह एआरटीओ संजीव कुमार, एआरटीओ प्रतिभा गौतम और पीटीओ सैफर किदवई के स्टाफ को प्रति ट्रक 2,500 रुपये देता था। वहीं, कानपुर के पूर्व एआरटीओ अंबुज सिंह के आदमी निर्भय सिंह को 11,000 रुपये प्रति ट्रक दिया जाता था।सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिन अफसरों के नाम पूछताछ में सामने आए, उनके नाम एफआईआर में नहीं दर्ज किए गए हैं।
रायबरेली में एआरटीओ के ड्राइवर सुनील यादव और दीवान समेत पांच लोगों पर केस दर्ज हुआ है। फतेहपुर में खनन अधिकारी (अज्ञात), उनके गनर राजू खान, दलाल मुकेश तिवारी, धीरेंद्र सिंह, विक्रम सिंह और आरटीओ के ड्राइवर बबलू पटेल पर एफआईआर दर्ज हुई है।