अमेठी में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत छात्राओं को किया जागरूक, विशेष कार्यक्रम आयोजित

अमेठी में महिला कल्याण विभाग द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत सौ दिवसीय विशेष कार्यक्रम 27 नवम्बर से 8 मार्च तक संचालित किया जा रहा है।

अमेठी में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत छात्राओं को किया जागरूक, विशेष कार्यक्रम आयोजित
Published By- Diwaker Mishra

अमेठी से राम मिश्रा की रिपोर्ट

अमेठी/जनमत न्यूज़। उप्र के अमेठी जनपद में महिला कल्याण विभाग द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत सौ दिवसीय विशेष कार्यक्रम 27 नवम्बर से 8 मार्च तक संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को जिले में बाल विवाह की रोकथाम एवं जन-जागरूकता के उद्देश्य से विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जिला सूचना कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिलाधिकारी संजय चौहान के निर्देशानुसार एवं प्रभारी जिला प्रोबेशन अधिकारी सात्विक श्रीवास्तव के नेतृत्व में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज संग्रामपुर तथा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संग्रामपुर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के दौरान बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम-2006 के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया कि 18 वर्ष से कम आयु की लड़की अथवा 21 वर्ष से कम आयु के लड़के का विवाह बाल विवाह की श्रेणी में आता है,जो कानूनन अपराध है।

इस अवसर पर बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणामों जैसे नवजात मृत्यु दर में वृद्धि, बाल स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं,शिक्षा में बाधा, रोजगार एवं आजीविका की सीमित संभावनाएं तथा हिंसा एवं दुर्व्यवहार के बढ़ते जोखिम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही बाल विवाह को रोकने के लिए समाज की सक्रिय भूमिका पर भी बल दिया गया।

कार्यक्रम में महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न महिला एवं बालिका सशक्तिकरण योजनाओं-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, मिशन शक्ति, वन स्टॉप सेंटर, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य/कोविड),पति की मृत्यु के उपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना के बारे में जानकारी देते हुए पम्पलेट वितरित किए गए।

इसके अतिरिक्त उपस्थित बालिकाओं एवं महिलाओं को महिला हेल्पलाइन 181,एम्बुलेंस सेवा 108,चाइल्ड हेल्पलाइन 1098,साइबर हेल्पलाइन 1930,वूमेन पावर हेल्पलाइन 1090, आपातकालीन सेवा 112 सहित बाल श्रम एवं बाल विवाह से संबंधित सहायता नंबरों की जानकारी दी गई तथा इनके उपयोग के प्रति जागरूक किया गया।

उक्त अभियान में जिला बाल संरक्षण इकाई,चाइल्ड हेल्पलाइन तथा हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वूमेन योजना की टीम की सक्रिय सहभागिता रही।