कांग्रेस अध्यक्ष खरगे की आयु पर सवाल उठाने वाले पूर्व MLA पर ऐक्शन, पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता

बारबाटी–कटक से पूर्व कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम को पार्टी-विरोधी गतिविधियों के आरोप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया है।

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे की आयु पर सवाल उठाने वाले पूर्व MLA पर ऐक्शन, पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता
Published By- Diwaker Mishra

भुवनेश्वर/जनमत न्यूज़। ओडिशा की राजनीति में बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। बारबाटीकटक से पूर्व कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम को पार्टी-विरोधी गतिविधियों के आरोप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया है। इस फैसले के साथ ही उनकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी समाप्त कर दी गई है।

सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) अध्यक्ष भक्त चरण दास के प्रस्ताव पर की गई, जिसे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने मंजूरी दी। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि मोक़िम का हालिया रवैया संगठनात्मक अनुशासन के खिलाफ था। मोहम्मद मुकीम ने पार्टी नेतृत्व को चुनौती देते हुए कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।

साथ ही उन्होंने PCC अध्यक्ष भक्त दास के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता और पार्टी-विरोधी आचरण करार दिया। कांग्रेस नेतृत्व ने स्पष्ट किया कि संगठन की एकता और अनुशासन बनाए रखने के लिए यह कठोर निर्णय लिया गया है। पार्टी का कहना है कि अनुशासन से समझौता किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

क्या कहा था

मुकीम ने गुरुवार को कहा था, 'मैंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा, जिसमें कहा गया है कि पार्टी मुश्किल दौर से गुजर रही है और उनकी सलाह और नए नेतृत्व की जरूरत है। श्री मल्लिकार्जुन खरगे बहुत वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन उम्र उनके पक्ष में नहीं है। 83 साल उम्र हो चुका है। विपक्ष की पार्टी के मुखिया के हिसाब से जो मेहनत करना चाहिए, जो दौड़ भाग करना चाहिए, लोगों को कनेक्ट करना चाहिए। वो संभव नहीं है। उन्हें सलाहकार रहकर किसी युवा को सामने लाना चाहिए।'

उन्होंने कहा, 'हमारे पास प्रियंका जी हैं और भी बहुत सारे युवा हैं, जो पार्टी को मजबूत करेंगे। राहुल जी सीएलपी नेता है, वो अपनी भूमिका निभा रहे हैं। कोई अध्यक्ष बनकर अपनी भूमिक निभाएगा। यह कांग्रेस के सच्चा वर्कर होने के नाते मेरी व्यक्तिगत रूप से सोनिया जी से अपील है।'

सोनिया गांधी को लिखा पत्र

पीटीआई भाषा के अनुसार, पूर्व विधायक ने एक सख्त पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व और जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के बीच 'बढ़ती दूरी' को लेकर कड़ी नाराजगी जताई थी। दावा किया कि वह स्वयं लगभग तीन वर्षों से विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मिलने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाराबती-कटक से विधायक रहे और खुद को कांग्रेस का आजीवन समर्पित कार्यकर्ता बताने वाले मोहम्मद मुकीम ने पार्टी अध्यक्ष खरगे की नेतृत्व शैली पर भी सवाल उठाए।

मुकीम ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया, मिलिंद देवरा, हिमंत बिस्वा सरमा जैसे कई उभरते युवा नेताओं ने इसलिए पार्टी छोड़ दी क्योंकि वे खुद को उपेक्षित’, ‘नजरअंदाजऔर अनसुनामहसूस करते थे। उन्होंने सुझाव दिया कि वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी को केंद्रीय भूमिका में आकर प्रत्यक्ष और सक्रिय नेतृत्व संभालना चाहिए।

साथ ही उन्होंने कहा कि सचिन पायलट, डी.के. शिवकुमार, ए. रेवंत रेड्डी, शशि थरूर जैसे नेताओं को पार्टी की मुख्य नेतृत्व टीम का आधार बनना चाहिए। मुकीम की बेटी वर्तमान में विधायक हैं। मुकीम ने कहा कि पार्टी की मौजूदगी भौगोलिक, संगठनात्मक और भावनात्मक स्तर पर लगातार सिमटती जा रही है।

उन्होंने कहा कि जिन समर्पित कार्यकर्ताओं ने अपना पूरा जीवन पार्टी को दिया है, उनके लिए यह स्थिति सिर्फ निराशाजनक नहीं, बल्कि वास्तव में दिल तोड़ देने वाली है।

पूर्व विधायक ने कहा कि बिहार, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में हालिया चुनाव परिणाम केवल चुनावी झटके नहीं हैं, बल्कि यह गहरे संगठनात्मक अलगाव को दर्शाते हैं। इन चुनावों में कांग्रेस को भारी अंतर से हार झेलनी पड़ी थी।

उन्होंने कहा कि नेतृत्व और जमीनी कार्यकर्ताओं के बीच 'दूरी लगातार बढ़ रही है' और 'विधायक होने के बावजूद, मैं लगभग तीन वर्षों तक राहुल गांधी जी से मिलने का प्रयास करता रह गया।' सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा, 'यह कोई व्यक्तिगत शिकायत नहीं है, बल्कि पूरे भारत में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा महसूस किए जा रहे बड़े भावनात्मक अलगाव का संकेत है।'