2025 की पहली तिमाही में भारत में सोने की मांग में 15% कमी, लेकिन कीमतों में 22% का उछाल

Gold price in India;साल 2025 की पहली तिमाही में देश में सोने की मांग में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। इस अवधि में केवल 118.1 टन सोना खरीदा गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 15% कम है।

2025 की पहली तिमाही में भारत में सोने की मांग में 15% कमी, लेकिन कीमतों में 22% का उछाल
Published By: Satish Kashyap

Business News: 

साल 2025 की पहली तिमाही में देश में सोने की मांग में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। इस अवधि में केवल 118.1 टन सोना खरीदा गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 15% कम है। हालांकि, सोने की कीमतों में तेज़ बढ़ोतरी के चलते इसकी कुल वैल्यू 22% बढ़कर 94,030 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यह जानकारी वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) द्वारा बुधवार को जारी की गई रिपोर्ट में सामने आई है।

WGC के अनुसार, साल 2025 में भारत में सोने की कुल खपत 700 से 800 टन के बीच रह सकती है। इस साल की शुरुआत से अब तक सोने की कीमतों में लगभग 25% की बढ़त देखने को मिली है और यह 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच चुका है।

WGC इंडिया के सीईओ सचिन जैन का कहना है कि सोना अब आम लोगों के लिए महंगा होता जा रहा है। फिर भी, अक्षय तृतीया और विवाह समारोहों की वजह से इसकी सांस्कृतिक अहमियत बनी हुई है, जिससे खरीदारों में उत्साह बरकरार है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, अक्षय तृतीया के मौके पर बाजार में चहल-पहल रही। लेकिन ऊंची कीमतों के चलते ज्यादातर खरीदार हल्के वजन के आभूषणों की ओर झुके। कई ग्राहक अभी भी कीमतों में गिरावट की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

वहीं निवेश के रूप में सोने की मांग में 7% की वृद्धि देखी गई है, जो कि पिछले साल के 43.6 टन से बढ़कर अब 46.7 टन पर पहुंच गई है। मौजूदा आर्थिक अनिश्चितता के माहौल में सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देखा जा रहा है, जिससे सिक्कों और बिस्कुट की बिक्री में तेजी आई है।

हालांकि, आभूषणों की मांग में गिरावट रही। WGC के अनुसार, गहनों की खपत में 25% की कमी आई है, जो 2020 के बाद सबसे निचला स्तर है। फिर भी, उनकी कीमतों में साल-दर-साल 3% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वैश्विक स्तर पर, सोने की कुल मांग में 1% की हल्की वृद्धि हुई है।