बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत बाजपेई की गाड़ी पुलिस ने रोकी, सड़क पर सुनाई कड़वी बातें – राजनीति में हलचल

उत्तर प्रदेश की राजनीति में रविवार को एक अप्रत्याशित घटना सामने आई, जिसने हर किसी को चौंका दिया।बीजेपी के वरिष्ठ नेता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई को पुलिस ने बीच सड़क पर न सिर्फ रोक दिया, बल्कि सरेआम तेज आवाज में खरी-खोटी भी सुना दी।

बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत बाजपेई की गाड़ी पुलिस ने रोकी, सड़क पर सुनाई कड़वी बातें – राजनीति में हलचल
Reported By- Shailendra Sharma, Published By- A.K. Mishra

लखनऊ/जनमत न्यूज़:- उत्तर प्रदेश की राजनीति में रविवार को एक अप्रत्याशित घटना सामने आई, जिसने हर किसी को चौंका दिया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई को पुलिस ने बीच सड़क पर न सिर्फ रोक दिया, बल्कि सरेआम तेज आवाज में खरी-खोटी भी सुना दी। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने राजनीतिक गलियारों में गर्मी ला दी है।

जानकारी के मुताबिक, बाजपेई किसी राजनीतिक कार्यक्रम में जा रहे थे। लेकिन रास्ते में पुलिस ने अचानक उनकी गाड़ी को रोक लिया। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनसे कड़ाई से बात की, और कई लोगों के मुताबिक, अपमानजनक भाषा का भी इस्तेमाल किया गया।

चौंकाने वाली बात यह रही कि लक्ष्मीकांत बाजपेई ने इस पूरे घटनाक्रम में एक शब्द भी विरोध में नहीं बोला। वह चुपचाप, मन मसोसकर सारी बातें सुनते रहे। वरिष्ठ नेता की ऐसी स्थिति देख वहां मौजूद आम लोग भी हैरान और स्तब्ध रह गए।

वीडियो वायरल होने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं—क्या यह पुलिस की नियमों के तहत कार्रवाई थी?, क्या यह एक वरिष्ठ राजनेता के प्रति सम्मान की कमी का उदाहरण है?, अगर एक बड़े नेता के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम जनता के साथ क्या होता होगा?

राजनीतिक विश्लेषक इस मामले को ‘पुलिसिया मनमानी’ और ‘प्रशासनिक असंवेदनशीलता’ से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं, कई लोग इसे कानून के नाम पर हुई अनुशासनहीनता बता रहे हैं।

अब सबकी निगाहें बीजेपी नेतृत्व और प्रदेश प्रशासन पर टिकी हैं।क्या इस घटना पर कोई जांच या कार्रवाई होगी? या फिर मामला राजनीतिक दबाव में दबा दिया जाएगा?

इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यूपी में पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।