पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव जेल से रिहा, भावुक होते ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
75 वर्षीय पूर्व विधायक ने बताया कि उन्हें बलात्कार जैसे मुकदमों में जेल भेजा गया, जबकि वे संबंधित महिलाओं को जानते तक नहीं थे। उन्होंने कहा कि 26 सितंबर 2025 को उनकी रिहाई बेहद गोपनीय तरीके से हुई थी।

एटा/जनमत न्यूज़। एटा जिले की अलीगंज विधानसभा से तीन बार विधायक रह चुके समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामेश्वर सिंह यादव जेल से जमानत पर रिहा हो गए। उन्होंने तीन साल, तीन महीने और 14 दिन की कैद के बाद रविवार को जैथरा स्थित अपने आरएस कोल्ड स्टोर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान वे भावुक होकर रो पड़े और उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
कार्यकर्ताओं से बातचीत में 75 वर्षीय पूर्व विधायक ने बताया कि उन्हें बलात्कार जैसे मुकदमों में जेल भेजा गया, जबकि वे संबंधित महिलाओं को जानते तक नहीं थे। उन्होंने कहा कि 26 सितंबर 2025 को उनकी रिहाई बेहद गोपनीय तरीके से हुई थी। रामेश्वर सिंह यादव ने आरोप लगाया कि यदि उनकी रिहाई की खबर सार्वजनिक हो जाती, तो उन्हें और उनके साथियों को जेल से बाहर नहीं आने दिया जाता। उन्होंने कहा कि उन पर कई ऐसे मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें शिकायतकर्ता महिलाओं से उनका कोई परिचय नहीं था।
पूर्व विधायक को रोते देख कार्यकर्ता कुछ देर के लिए स्तब्ध रह गए, फिर उन्होंने 'जिंदाबाद' के नारे लगाकर उनका हौसला बढ़ाया।
रामेश्वर सिंह यादव और उनके साथी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव को 26 सितंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। दोनों नेताओं को जेल से रिहा कर दिया गया। जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं पर लगभग 100-100 मुकदमे दर्ज हैं।
जुगेंद्र सिंह यादव को 9 मार्च 2023 को मथुरा के जैत मोड़ से गिरफ्तार किया गया था और उनके खिलाफ पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। गिरफ्तारी के बाद वह जिला कारागार एटा में बंद थे।
इसके पहले, पुलिस ने 9 जून 2022 को अलीगंज के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव को आगरा से गिरफ्तार किया था। उन्हें 10 जून को जेल भेजा गया और बाद में सुरक्षा कारणों से अलीगढ़ जिला कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया।
रामेश्वर सिंह यादव 1996, 2002 और 2012 में अलीगंज विधानसभा से समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए। 2017 और 2022 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं, जुगेंद्र सिंह यादव 2006 और 2011 में जिला पंचायत अध्यक्ष रहे। उन्होंने 2017 और 2022 में एटा सदर विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाए। वर्तमान में उनकी पत्नी रेखा यादव जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। दोनों नेताओं की जमानत के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह और जोश देखा जा रहा है।