सेवानिवृत्त कर्मचारी से  रिश्वत मांगने पर मचा हड़कंप

आरोप लगाया कि संबंधित अधिकारी द्वारा “सुविधा शुल्क” के रूप में एक लाख रुपये मांगे जा रहे हैं, और शिकायत करने पर धमकी दी गई कि जब तक वह न चाहें, भुगतान नहीं होगा। आमतौर पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनके सभी देयक रिटायरमेंट के साथ ही मिल जाते हैं, लेकिन अशोक कुमार की फाइल पिछले चार महीनों से दफ्तरों में धूल फांक रही है।

सेवानिवृत्त कर्मचारी से  रिश्वत मांगने पर मचा हड़कंप
Published By - ANKUSH PAL

रायबरेली (जनमत) :-  स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। जिला क्षय रोग अधिकारी कार्यालय में तैनात रहे वाहन चालक अशोक कुमार ने सेवानिवृत्ति के बाद बकाया देयकों के भुगतान के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। अशोक कुमार ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में तैनात प्रशासनिक अधिकारी एवं आहरण वितरण अधिकारी देशबन्धु पर रिश्वत मांगने और धमकी देने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी रायबरेली को पत्र भेजा है। अशोक कुमार ने बताया कि वे 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त हुए थे।

उनका भुगतान प्रस्ताव 3 सितंबर 2025 को ही सीएमओ कार्यालय भेज दिया गया था, लेकिन अब तक भुगतान नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि संबंधित अधिकारी द्वारा “सुविधा शुल्क” के रूप में एक लाख रुपये मांगे जा रहे हैं, और शिकायत करने पर धमकी दी गई कि जब तक वह न चाहें, भुगतान नहीं होगा। आमतौर पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनके सभी देयक रिटायरमेंट के साथ ही मिल जाते हैं, लेकिन अशोक कुमार की फाइल पिछले चार महीनों से दफ्तरों में धूल फांक रही है।

उन्होंने बताया कि लगातार दौड़-धूप और शिकायतों के बावजूद न तो भुगतान हुआ और न ही किसी अधिकारी पर कार्रवाई की गई, जिससे वे मानसिक और आर्थिक रूप से टूट चुके हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह में भुगतान नहीं हुआ तो वे परिवार सहित कलेक्ट्रेट परिसर में आमरण अनशन करेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले भी जिला अस्पताल के सीएमएस पर देयकों के भुगतान में अवैध वसूली के आरोप लग चुके हैं। अब इस नए मामले ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है।