छठ महापर्व का दूसरा दिन: व्रतियों ने विधि-विधान से बनाया खरना का प्रसाद, गूंजे भक्ति गीत
खरना का प्रसाद परंपरागत रूप से मिट्टी के चूल्हे पर गोबर के उपले और लकड़ी की आंच से तैयार किया गया। इसमें गुड़ की खीर और रोटी (ठेकुआ) प्रमुख रूप से बनाई गई। इस दौरान व्रती महिलाएं छठी मैया के भजन और पारंपरिक गीत गाती रहीं, जिससे पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से भर गया।
 
                                    चन्दौली/जनमत न्यूज। चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन रविवार को श्रद्धा और आस्था का अनुपम संगम देखने को मिला। पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर में व्रती महिलाओं ने विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हुए खरना का प्रसाद तैयार किया। पूजा के पश्चात यह प्रसाद परिवारजनों और पड़ोसियों में वितरित किया गया, साथ ही छठी मैया से सभी के सुख-समृद्धि की कामना की गई।
खरना का प्रसाद परंपरागत रूप से मिट्टी के चूल्हे पर गोबर के उपले और लकड़ी की आंच से तैयार किया गया। इसमें गुड़ की खीर और रोटी (ठेकुआ) प्रमुख रूप से बनाई गई। इस दौरान व्रती महिलाएं छठी मैया के भजन और पारंपरिक गीत गाती रहीं, जिससे पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से भर गया।
सुभाष नगर वार्ड की सभासद आरती यादव ने भी अपने घर पर छठ पूजा करते हुए खरना का प्रसाद बनाया। उन्होंने बताया कि यह उनका दूसरा छठ पर्व है। आरती यादव ने कहा कि छठ पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह सूर्य देव और छठी मैया के प्रति आस्था, संयम और कृतज्ञता का प्रतीक है। इस पर्व में शुद्धता, आत्मसंयम और समर्पण का विशेष महत्व होता है।
 
सुभाष नगर वार्ड के तालाब पर हजारों श्रद्धालु एकत्र होकर पूजा-अर्चना में शामिल हुए। पूरे क्षेत्र में छठ के गीतों की मधुर गूंज और दीपों की आभा से भक्तिमय माहौल बना रहा। सभासद आरती यादव ने नगरवासियों को छठ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व समाज में एकजुटता और प्रकृति के प्रति सम्मान की भावना को सुदृढ़ करता है।
 

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