बशर अल-असद के बाद के नए सीरिया में क्या रूसी सेना अपनी मौजूदगी बनाए रख पाएगी?
सीरिया में अब विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व वाला प्रशासन है. और यहां की अंतरिम सरकार ने कहा है कि आगे भी रूस के साथ सहयोग के लिए उनके दरवाज़े खुले हैं.

रूस और सीरिया सालों तक एकदूसरे के अहम साझेदार रहे. दोनों के लिए ये फायदे का सौदा था, लेकिन अब सीरिया में सत्ता बदलने के बाद हालात बदल रहे हैं.
इस साझेदारी में रूस को भूमध्यसागर क्षेत्र में हवाई और समुद्री ठिकानों तक पहुंच मिली. वहीं सीरिया की बशर अल-असद सरकार को विद्रोही गुटों के ख़िलाफ़ रूस से सैन्य सहायता हासिल हुई.
अब, सीरिया में बशर अल-असद की सत्ता का पतन हो गया है, जिसके बाद कई सीरियाई नागरिक अब रूसी सेना को वहां से वापस जाते हुए देखना चाहते हैं.
सीरिया में अब विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व वाला प्रशासन है. और यहां की अंतरिम सरकार ने कहा है कि आगे भी रूस के साथ सहयोग के लिए उनके दरवाज़े खुले हैं.