लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में विश्व हृदय दिवस समारोह का हुआ आयोजन !

डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के हृदय रोग विभाग द्वारा विश्व हृदय दिवस 2025 का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया गया। इस वर्ष का विषय था “डोन्ट मिस अ बीट”......

लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में विश्व हृदय दिवस समारोह का हुआ आयोजन !
REPORTED BY-SHAILENDRA SHARMA PUBLISHED BY- JYOTI KANOJIYA

लखनऊ से जनमत न्यूज़ :- डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के हृदय रोग विभाग द्वारा विश्व हृदय दिवस 2025 का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया गया। इस वर्ष का विषय था “डोन्ट मिस अ बीट”। कार्यक्रम में संकाय सदस्यों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों तथा गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लेकर हृदय स्वास्थ्य और निवारक हृदयरोग विज्ञान के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को मजबूत किया।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण “मूव आर0एम0एल0आई0एम0एस0” (“Move RMLIMS”) का शुभारंभ संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) सी. एम. सिंह द्वारा किया गया। अपने संबोधन में निदेशक प्रो. (डॉ.) सी. एम.  ने कहा कि “स्वस्थ जीवनशैली ही अच्छे स्वास्थ्य की आधारशिला है और हृदय रोगों की रोकथाम का सबसे सशक्त साधन है।” उन्होंने डॉ. आर0एम0एल0आई0एम0एस0 परिवार से आह्वान किया कि वे स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करें और समाज को स्वस्थ आदतें अपनाने के लिए प्रेरित करें।

प्रो. भुवन चंद्र तिवारी, विभागाध्यक्ष, हृदय रोग विभाग ने हृदय रोग के समय पर निदान और उपचार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सभी को प्रतिदिन 10,000 कदम चलने की आदत डालने की प्रेरणा दी ताकि हृदय मजबूत और स्वस्थ रह सके।

प्रो. सुभ्रत चंद्र, कार्यकारी कुलसचिव, ने हृदय रोग की रोकथाम में जागरूकता और शिक्षा की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने जीवनशैली में बदलाव के सरल संदेशों को समुदाय तक पहुँचाने के सामूहिक प्रयासों पर बल दिया।

प्रो. प्रद्युम्न सिंह, डीन, डॉ. आर0एम0एल0आई0एम0एस0, ने हृदय रोग विभाग की पहल की सराहना करते हुए नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और तनाव में कमी को हृदय स्वास्थ्य के लिए आवश्यक बताया।

प्रो. विक्रम सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, ने कहा कि संस्थान की जिम्मेदारी है कि वह निवारक स्वास्थ्य का आदर्श प्रस्तुत करे और “मूव आर0एम0एल0आई0एम0एस0” (“Move RMLIMS”) अभियान को सशक्त बनाने में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।

डॉ. सुमित दीक्षित, मानद सचिव, एसपीपीएएच, ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार की पहलें चिकित्सा विज्ञान और जनजागरूकता के बीच की खाई को पाटती हैं और लोगों को छोटे-छोटे दैनिक कदम उठाकर आजीवन स्वास्थ्य की प्रेरणा देती हैं।

कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित लोगों द्वारा प्रतिदिन चलने, जागरूकता फैलाने और अपने समुदाय में हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की सामूहिक प्रतिज्ञा के साथ हुआ।