योगी आदित्यनाथ का बयान: सड़क पर नमाज नहीं, अनुशासन ही होता है असली धर्म

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में मेरठ में पुलिस द्वारा सड़क पर नमाज अदा करने की अनुमति न दिए जाने पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि पुलिस का निर्णय बिल्कुल सही था क्योंकि सड़क चलने के लिए होती है।

योगी आदित्यनाथ का बयान: सड़क पर नमाज नहीं, अनुशासन ही होता है असली धर्म

लखनऊ (जनमत): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में मेरठ में पुलिस द्वारा सड़क पर नमाज अदा करने की अनुमति न दिए जाने पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि पुलिस का निर्णय बिल्कुल सही था क्योंकि सड़क चलने के लिए होती है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए। उदाहरण के तौर पर उन्होंने बताया कि प्रयागराज में 66 करोड़ श्रद्धालु आए थे, लेकिन वहां किसी भी प्रकार की हिंसा, लूट, आगजनी, या अपहरण जैसी घटनाएं नहीं हुईं, जो अनुशासन का परिचायक है। श्रद्धालु अपने श्रद्धा भाव के साथ स्नान में भाग लेते हैं और फिर शांतिपूर्वक अपने गंतव्य की ओर जाते हैं।

पीटीआई के साथ अपने पॉडकास्ट में योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि पर्व और त्यौहारों को उद्दंडता का कारण नहीं बनाना चाहिए। यदि किसी को सुविधाएं चाहिए तो उसे अनुशासन का पालन भी करना चाहिए। 

मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा का उदाहरण देते हुए कहा कि यह यात्रा हरिद्वार से गाजियाबाद और अन्य क्षेत्रों तक जाती है और सड़क पर चलती है। उन्होंने कहा कि कभी भी किसी मुस्लिम जुलूस को रोका नहीं गया, लेकिन सुरक्षा कारणों से मुहर्रम के जुलूस में ताजिया का आकार छोटा करने की सलाह दी जाती है, ताकि हाइटेंशन तार से दुर्घटना न हो। कांवड़ यात्रा में भी डीजे का आकार छोटा करने की सलाह दी जाती है, और जो इस नियम का पालन नहीं करता, उस पर सख्ती की जाती है।

योगी ने यह भी स्पष्ट किया कि कानून सभी के लिए समान रूप से लागू किया जा रहा है, इसलिए किसी को सड़क पर नमाज अदा करने का अधिकार नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि नमाज के लिए मस्जिद या ईदगाह जैसी जगहें हैं, सड़क नहीं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि मेरठ में पथराव की घटना मुस्लिम पक्ष द्वारा की गई थी, न कि हिंदू पक्ष या प्रशासन ने। प्रशासन ने केवल स्थिति को संभालने की कोशिश की।

Published By: Satish Kashyap