बाहुबली पूर्व सांसद के दामाद रमीज़ हैं कई गंभीर मामलों के आरोपी, लग चुका है गैंगस्टर एक्ट
बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद एक बार फिर संजय यादव और रमीज़ नेमत चर्चा में हैं। इन दोनों को लेकर लालू परिवार में बवाल तेज हो गया है।
बलरामपुर/जनमत न्यूज़। बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद एक बार फिर संजय यादव और रमीज़ नेमत चर्चा में हैं। इन दोनों को लेकर लालू परिवार में बवाल तेज हो गया है। लालू को किडनी डोनेट करने वाली उनके दूसरे नंबर की बेटी रोहिणी आचार्य ने एक पर पोस्ट कर लिखा है कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं। संजय यादव और रमीज ने मुझे यही करने को कहा था और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं। इसके बाद एक बार फिर रमीज़ नेमत सुर्खियों में।
रमीज़ नेमत पर कानून का शिकंजा लगातार कसता रहा है। गैंगस्टर एक्ट, वारंट, जमीन कुर्की और दो बड़े हत्याकांडों में उनका नाम आ चुका है। कौशांबी में एक युवक की संदिग्ध मौत और उससे पहले उप्र के तुलसीपुर के पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू की हत्या—दोनों मामलों में रमीज़ पर गंभीर आरोपी हैं। पुलिस दोनों मामलों की जांच तेज कर चुकी है और लगातार नए साक्ष्य जुटाए हैं। मुकदमा आखिरी पड़ाव पर है। अब एक बार फिर रोहिणी आचार्य के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद सुर्खियों में है।
कौन है रमीज नेमत?
रमीज नेमत बलरामपुर जनपद के बाहुबली पूर्व सपा सांसद रिजवान जहीर के दामाद और जेबा रिजवान के पति हैं। उनपर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। 2021 पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा, आगजनी और बलवे का केस था। बाद में कोर्ट से दोषमुक्त हो गए। इनका खानदान जमीदारी से जुड़ा रहा है। जब भी रिजवान जहीर के ऊपर कार्रवाई हुई है यह उसमें कहीं ना कहीं जुड़े रहे हैं।
बताया जा रहा है कि रमीज RJD का सोशल मीडिया और चुनाव का कामकाज देखते हैं। इनकी पत्नी जेबा रिजवान दो बार तुलसीपुर विधानसभा से चुनाव लड़ चुकी हैं। रोहिणी के पोस्ट के बाद से ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ उनकी तस्वीरें वायरल होने लगी हैं।
रेलवे लाइन के किनारे मिला शकील का शव, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र के रोही गांव में रविवार देर रात रेलवे लाइन के पास एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने जांच के बाद मृतक की पहचान प्रतापगढ़ के जेठवारा गांव निवासी 35 वर्षीय मोहम्मद शकील अहमद के रूप में की।शकील प्रॉपर्टी का काम और ठेकेदारी करता था। उसके परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रुपये के लेनदेन के विवाद में शकील को पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद रमीज़ नेमत ने फोन कर बुलाया था।
मृतक के परिजनों के मुताबिक रमीज़ ने शकील को रात में हाईवे पर लेन-देन की बात कहकर बुलाया,फिर उसे रोही बाइपास स्थित एक ढाबे में रुकवाया,इसके बाद शकील को किसी बहाने रेलवे लाइन की तरफ ले जाया गया,जहां उसकी हत्या कर शव पटरियों के किनारे फेंक दिया गया,परिजनों की तहरीर पर कोखराज थाने में FIR दर्ज की गई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उस समय एसओजी और कोखराज पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई शुरू कर दी थी। रोही बाइपास के पास स्थित ढाबे से सीसीटीवी फुटेज बरामद किए गए थे, जिसमें पुलिस को कुछ संदिग्ध गतिविधियाँ दिखाई देने की बात सामने आई थी।
फिरोज पप्पू हत्याकांड में गिरफ्तार हो चुके हैं रमीज़ नेमत
कौशांबी वाला मामला नया था, लेकिन रमीज़ नेमत का नाम इससे पहले भी एक बड़े हत्याकांड में आ चुका था। तुलसीपुर के पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन फिरोज पप्पू की हत्या 4 जनवरी 2022 को रात करीब 10:20 बजे उनके घर के पास कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने पूर्व सांसद रिज़वान जहीर,उनकी बेटी ज़ेबा रिज़वान,और दामाद रमीज़ नेमत को गिरफ्तार किया था।
राजनीतिक वर्चस्व को लेकर रंजिश का आरोप
पुलिस की जांच के अनुसार फिरोज पप्पू और रिजवान जहीर के बीच सपा का टिकट पाने को लेकर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता चल रही थी।फिरोज पप्पू अपनी पत्नी कहकशा को चेयरमैन बनवाकर स्थानीय राजनीति में मजबूत हो चुके थे।वे सपा से विधानसभा टिकट के दावेदार भी बन गए थे।दूसरी ओर रिजवान जहीर अपनी बेटी ज़ेबा रिज़वान को टिकट दिलाना चाहते थे।
पुलिस का दावा है कि राजनीतिक वर्चस्व की इसी लड़ाई में फिरोज पप्पू को “बाधा” मानते हुए उनकी हत्या की साजिश रची गई। पुलिस के अनुसार, शूटर मेराज उल हक उर्फ मामा और महबूब को घटना को अंजाम देने के लिए लगाया गया था।
गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा और 4.75 करोड़ की जमीन कुर्क
रमीज़ नेमत पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं। बढ़ते आपराधिक इतिहास को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। मार्च 2023 में प्रशासन ने रमीज़ के नाम पर दर्ज 0.4326 हेक्टेयर जमीन को कुर्क कर लिया था।
यह भूमि कांशीराम कॉलोनी के पीछे स्थित है, जिसकी कीमत करीब 4 करोड़ 75 लाख रुपये आंकी गई। प्रशासन के अनुसार यह संपत्ति अवैध आय से अर्जित की गई थी। पुलिस रिकॉर्ड में यह भी दर्ज है कि जमीन पूर्व सांसद रिजवान जहीर द्वारा अपने दामाद रमीज़ के नाम खरीदी गई थी। दो बड़े हत्याकांडों में नाम आने, गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई और करोड़ों की संपत्ति कुर्क होने के बाद रमीज़ नेमत पर लगातार कानूनी शिकंजा कसा है।

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