पेड़ पर पत्ते तोड़ते वक्त 10 वर्षीय मासूम की हाईटेंशन लाइन के सम्पर्क में आने से हुई दर्दनाक मौत
बकरियों के लिए पेड़ से पत्ते तोड़ रहा 10 वर्षीय किशोर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। करंट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद करीब एक घंटे तक मासूम का शव उल्टा पेड़ पर लटका रहा।
एटा/जनमत न्यूज़। जिले के पिलुआ थाना क्षेत्र के जवाहरपुर अर्थरा गांव में शनिवार को दर्दनाक हादसा सामने आया, जहां बकरियों के लिए पेड़ से पत्ते तोड़ रहा 10 वर्षीय किशोर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। करंट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद करीब एक घंटे तक मासूम का शव उल्टा पेड़ पर लटका रहा। जब वह काफी देर तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। खेत की ओर पहुंचने पर परिजन दहल गए—किशोर का शव पेड़ पर उल्टा लटका हुआ मिला।
स्थानीय लोगों ने तत्काल विद्युत विभाग को सूचना दी और बच्चे को एटा के वीरांगना अवंतीबाई मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमार्टम करवाए शव को घर ले आए। घर में मातम पसरा है और पूरे गांव में घटना को लेकर शोक व्याप्त है।
जानकारी के अनुसार मृतक अल्तमश (10) पुत्र वाजिद अली अपनी बकरियों के लिए पेड़ से पत्ते तोड़ रहा था। पेड़ पर चढ़ते वक्त ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन उसके संपर्क में आ गई और तेज करंट की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि यह लाइन बेहद निचली ऊंचाई पर मात्र 8 फुट की दूरी से गुजर रही है, जो किसी भी समय बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
मृतक के चाचा अशरफ हुसैन ने बताया, “मेरा भतीजा खेतों की तरफ गया था। हाईटेंशन लाइन बहुत नीचे है। करंट लगते ही उसकी मौत हो गई। हमने विद्युत विभाग को सूचना दी थी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।”
घटना को लेकर ग्रामीणों में विद्युत विभाग की लापरवाही को लेकर भारी आक्रोश है। वहीं जब इस बारे में पिलुआ थाना प्रभारी संजय राघव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि थाने स्तर पर ऐसी किसी घटना की कोई सूचना नहीं मिली है।
ग्रामीणों का कहना है कि इतनी निचली ऊंचाई से गुजर रही हाईटेंशन लाइन लंबे समय से खतरा बनी हुई थी, लेकिन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसका परिणाम एक मासूम की जान जाने के रूप में सामने आया। घटना के बाद गांव में शोक और रोष दोनों माहौल हैं।

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